लखनऊ पुलिस ने मानव तस्करी गैंग का किया पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
लखनऊ में मानव तस्करी का खुलासा
लखनऊ पुलिस ने हाल ही में एक मानव तस्करी गैंग का खुलासा किया है, जिसमें दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का दावा है कि इस कार्रवाई में दो नाबालिग लड़कियों को भी सुरक्षित किया गया है। प्रारंभिक जांच में यह जानकारी मिली है कि एक लड़की हाल ही में एक प्रसिद्ध महाराज से मिलने के लिए घर से निकली थी। आरोपियों ने उसे महाराज से मिलाने का झांसा देकर मध्य प्रदेश के एक युवक को बेच दिया।
लड़की ने 30 जून को घर छोड़ा
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि 30 जून को कृष्णा नगर क्षेत्र से 16 वर्षीय नाबालिग बिना किसी को बताए घर से चली गई थी। लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर एक युवक संतोष साहू ने लड़की से बातचीत की। लड़की ने उसे बताया कि वह प्रेमानंद महाराज की भक्त है और उनसे मिलना चाहती है। संतोष ने उसे कानपुर ले जाने का वादा किया और फिर प्रयागराज में रखा।
विरोध करने पर लड़की को वापस किया गया
डीसीपी ने बताया कि जब लड़की ने मनीष भंडारी के साथ जाने से मना किया, तो मनीष ने संतोष से पैसे वापस करने को कहा। संतोष ने पैसे लेकर लड़की को मनीष को वापस सौंप दिया। इसके बाद संतोष लड़की को लखनऊ ले आया और मानक नगर रेलवे स्टेशन पर छोड़कर भाग गया।
पुलिस ने आरोपियों को कैसे पकड़ा
डीसीपी ने आगे बताया कि लड़की के परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने छह टीमों का गठन किया और मानक नगर रेलवे स्टेशन से लड़की को बरामद किया। आरोपी फरार थे, लेकिन पुलिस ने सिविल लाइंस टीम को सक्रिय किया और आरोपी की लोकेशन लखनऊ के अवध चौराहे पर मिली। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने संतोष साहू और मनीष भंडारी को गिरफ्तार किया।
आरोपियों ने और लड़कियों को बेचने की बात कबूली
पूछताछ में मनीष और संतोष ने स्वीकार किया कि उन्होंने एक और नाबालिग लड़की को अपने साथ लाने की योजना बनाई थी। पुलिस ने एक होटल से एक और नाबालिग लड़की को बरामद किया। संतोष ने बताया कि वह नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने जाल में फंसाता था और फिर मनीष को बेच देता था। 2012 से अब तक, उन्होंने लगभग 15 लड़कियों को बेचा है।