लखनऊ में धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार मलखान: क्या है पूरा मामला?
लखनऊ में धर्मांतरण का मामला
लखनऊ धर्मांतरण मामला: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के निगोहां थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मलखान पर बक्तौरीखेड़ा और आस-पास के 50 से अधिक हिंदुओं को झांसे में लेकर धर्मांतरण कराने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, वह विशेष रूप से कम पढ़े-लिखे अनुसूचित जाति के लोगों को निशाना बनाता था और गंभीर बीमारियों जैसे गठिया, मिर्गी और सांस की समस्याओं के इलाज का झांसा देकर चंगाई सभा आयोजित करता था। इस दौरान वह लोगों को आर्थिक लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करता था.
मलखान की गिरफ्तारी और जांच की प्रक्रिया
पुलिस उपायुक्त निपुण अग्रवाल ने बताया कि मलखान की गिरफ्तारी के बाद उसके गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की पहचान के लिए जांच जारी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कई टीमें गठित की गई हैं जो लगातार साक्ष्य इकट्ठा कर रही हैं.
पुलिस के अनुसार, मलखान निगोहां के बक्तौरी खेड़ा मेहन्दौली का निवासी है। पिछले कई वर्षों से उसके खिलाफ धर्मांतरण कराने की शिकायतें आ रही थीं। इसके बाद एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा के निर्देशन में एक विशेष टीम बनाई गई। थानाध्यक्ष अनुज और सर्विलांस टीम की मदद से शनिवार को मलखान को हुलास खेड़ा मार्ग से गिरफ्तार किया गया.
धर्मांतरण की प्रक्रिया और पुलिस की कार्रवाई
पूछताछ में यह पता चला कि लगभग 10 साल पहले मलखान ने ईसाई धर्म अपनाया और अपना नाम बदलकर मैथ्यू रख लिया। उसने अपने परिवार के सदस्यों के नाम भी बदल दिए। अपने खेत में एक कमरा बनाकर वह महीने में दो बार चंगाई सभा आयोजित करता था, जिसमें वह महिलाओं, पुरुषों और बच्चों को बुलाकर बीमारी ठीक करने और आर्थिक मदद का वादा करता था। इसके बाद वह धर्मांतरण कराता था.
मलखान ने अब तक आसपास के कई गांवों के करीब 50 लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित किया है। उसके घर से दो बाइबिल और प्रचार सामग्री भी बरामद की गई है। आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस टीम की इस सफलता पर डीसीपी ने 25 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है.
फंडिंग की जांच और स्थानीय संगठनों की प्रतिक्रिया
एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि मलखान धर्मांतरण के बाद आर्थिक मदद भी करता था, जिससे प्रभावित लोग आकर्षित होते थे। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि उसे आर्थिक सहायता कौन-कौन प्रदान करता था। इस सिलसिले में मलखान और उसके परिवार के बैंक खातों की भी जांच की जा रही है.
इस मामले में स्थानीय हिंदू संगठनों ने पहले भी विरोध प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की थी। गिरफ्तारी के बाद संगठन इसे एक बड़ी सफलता बता रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि इस तरह के अन्य गिरोहों पर भी कड़ी नजर रखी जाए.