लश्कर-ए-तैयबा का पुनर्गठन: खुफिया रिपोर्ट में चेतावनी
हाल ही में खुफिया रिपोर्टों से पता चला है कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) पुनर्गठन के संकेत दे रहा है। भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे को नष्ट करने के बाद, संगठन धार्मिक प्रचार और पुनर्निर्माण के बहाने अपनी गतिविधियों को फिर से सक्रिय कर रहा है। इस लेख में, हम एलईटी की गतिविधियों, पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया और आतंकवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
Jun 2, 2025, 18:56 IST
लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियों में वृद्धि
भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे को नष्ट करने के कुछ हफ्तों बाद, लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के पुनर्गठन के संकेत मिल रहे हैं। शीर्ष खुफिया सूत्रों के अनुसार, संगठन धार्मिक प्रचार और पुनर्निर्माण के बहाने अपनी गतिविधियों को फिर से सक्रिय कर रहा है। हाल ही में प्राप्त वीडियो में दिखाया गया है कि एलईटी ने अपने मुरीदके मुख्यालय में शुक्रवार की नमाज़ का आयोजन किया, जो कट्टरपंथी विचारधारा का एक प्रमुख केंद्र रहा है। स्थानीय निवासियों और प्रशासनिक कर्मचारियों के एक छोटे समूह को प्रार्थना कक्ष में इकट्ठा होते हुए देखा गया, जो 8 मई को हुए भारतीय हमलों से स्पष्ट रूप से क्षतिग्रस्त था।
एलईटी के प्रमुख नेताओं की गतिविधियाँ
खुफिया सूत्रों के अनुसार, यह वही स्थान है जहाँ एलईटी के संस्थापक हाफ़िज़ सईद और उसके अन्य प्रमुख नेता नियमित रूप से जिहादी भाषण देते थे। दूसरे वीडियो में, मुरीदके कॉम्प्लेक्स के कई हिस्से पूरी तरह से नष्ट दिखाई देते हैं। एक अन्य तस्वीर में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का बहावलपुर मुख्यालय दिखाया गया है, जिसकी छत ढह गई है, जो भारतीय हमलों के प्रभाव को दर्शाता है। कश्मीर में 22 अप्रैल को हुए नरसंहार के बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की थी, जिसमें लश्कर के आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी।
आतंकवाद के खिलाफ अभियान जारी
हालांकि भारतीय हमलों ने भारी क्षति पहुँचाई है, लेकिन खुफिया सूत्रों ने चेतावनी दी है कि आतंकवाद के खिलाफ अभियान अभी समाप्त नहीं हुआ है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह उनके अभियानों का अंत नहीं है। वे अब पाकिस्तानी सेना के समर्थन के साथ अपनी गतिविधियों को फिर से शुरू कर रहे हैं। अधिकारियों ने यह भी बताया कि लश्कर और जैश इस विध्वंस का वित्तीय लाभ उठाने की कोशिश कर सकते हैं, और वे सऊदी अरब तथा अन्य मुस्लिम देशों में सहानुभूति नेटवर्क का उपयोग कर सकते हैं।
पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान सरकार ने मुरीदके क्षेत्र में मस्जिदों और जमात-उद-दावा (JuD) मुख्यालय के पुनर्निर्माण का वादा किया है, जो उन नौ आतंकवादी ठिकानों में से एक है, जिन्हें भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान निशाना बनाया था। प्रतिबंधित जमात-उद-दावा की राजनीतिक शाखा ने कहा है कि सरकार ने उन्हें आश्वासन दिया है कि मुरीदके का विकास उनके अपने खर्च पर किया जाएगा।