लुधियाना में एनआरआई महिला की हत्या: मंगेतर और उसके साथी का खौफनाक सच
लुधियाना एनआरआई महिला हत्या मामला
लुधियाना एनआरआई महिला हत्या मामला: पंजाब के लुधियाना में एक चौंकाने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। अमेरिका के सिएटल से आईं 69 वर्षीय एनआरआई महिला, रुपिंदर कौर पंधेर, अचानक लापता हो गईं। जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, तो उनका कंकाल घुंगराना गांव के नाले से बरामद हुआ। इस हत्या के पीछे का सच यह है कि इसे उनके मंगेतर चरनजीत सिंह ग्रेवाल और उसके एक साथी ने मिलकर अंजाम दिया।
शादी का सपना बन गया हत्या की साजिश
रुपिंदर की मुलाकात इंग्लैंड में रहने वाले 67 वर्षीय चरनजीत से एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर हुई थी। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और शादी की योजनाएं बनने लगीं। रुपिंदर अक्सर भारत आती थीं और लुधियाना में चरनजीत के दोस्त सुखजीत सिंह के घर ठहरती थीं। लेकिन समय के साथ यह रिश्ता हत्या की साजिश में बदल गया। पुलिस के अनुसार, चरनजीत ने शादी से इनकार कर दिया और रुपिंदर की संपत्ति पर कब्जा करने के लिए उन्हें मारने की योजना बनाई।
रुपिंदर कौर की हत्या का तरीका
12 जुलाई की रात, सुखजीत ने रुपिंदर को अपने घर बुलाया, जहां पहले से हत्या की योजना तैयार थी। सुखजीत ने बेसबॉल बैट से वार करके रुपिंदर की हत्या कर दी। हत्या के बाद, उसने सबूत मिटाने के लिए शव को कोयले पर जलाया और चार बोरों में भरकर घुंगराना गांव के नाले में फेंक दिया। इसके साथ ही, रुपिंदर का iPhone भी तोड़कर नाले में फेंक दिया गया ताकि उनकी पहचान न हो सके।
लालच के लिए की गई हत्या?
जांच में यह भी सामने आया कि रुपिंदर ने पहले ही चरनजीत और सुखजीत को 30 से 35 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए थे। वहीं, ग्रेवाल ने सुखजीत को हत्या के बदले 50 लाख रुपये और विदेश में मदद का वादा किया था। लालच में आकर सुखजीत ने हत्या को अंजाम दिया।
गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट
हत्या को छुपाने के लिए, सुखजीत ने अगस्त में पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने कहा कि रुपिंदर कनाडा के शादी समारोह में भाग लेने दिल्ली एयरपोर्ट से रवाना हुई थीं, लेकिन वहां वह लापता हो गईं। यह कहानी पूरी तरह से झूठी थी, ताकि हत्या पर पर्दा डाला जा सके।
पुलिस को मिला रुपिंदर का कंकाल
पुलिस की जांच के दौरान घुंगराना नाले से रुपिंदर का कंकाल और उनका क्षतिग्रस्त iPhone बरामद हुआ। पूछताछ में सुखजीत ने हत्या की पूरी कहानी कबूल कर ली। उसके घर से कई महत्वपूर्ण सबूत भी मिले, जिसने केस को स्पष्ट कर दिया।
पावर ऑफ अटॉर्नी का दुरुपयोग
जांच में यह भी पता चला कि रुपिंदर ने अपनी पावर ऑफ अटॉर्नी सुखजीत को सौंप दी थी, जिस पर वह भरोसा करती थीं। लेकिन इसी भरोसे का फायदा उठाकर उनकी हत्या की गई। पुलिस ने चरनजीत ग्रेवाल को इस साजिश का मास्टरमाइंड बताया है। वह वर्तमान में यूके में है और उसे भारत लाने की तैयारी की जा रही है।