लुधियाना में महिला सोनम जैन की हत्या: आरोपी संजीव की गिरफ्तारी से खुला राज़
सोनम जैन की हत्या का मामला
लुधियाना के सलेम टाबरी क्षेत्र में 21 जून को हुई महिला सोनम जैन की हत्या के मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस ने हत्या के 15 दिन बाद आरोपी संजीव को दाना मंडी से गिरफ्तार किया है। 55 वर्षीय सोनम जैन फाइनेंस का काम करती थीं और अपने घर से ब्याज पर पैसे उधार देती थीं। उनका शव घर के बाथरूम में खून से लथपथ अवस्था में पाया गया था.
आर्थिक तंगी का कारण बनी हत्या
पुलिस जांच में यह सामने आया कि संजीव ने सोनम से दो बार में मिलाकर 17 हजार रुपये ब्याज पर उधार लिए थे। उसने कुछ किश्तें चुका दी थीं, लेकिन हाल ही में आर्थिक समस्याओं के कारण वह किश्तें चुकाने में असमर्थ था। सोनम द्वारा बार-बार ताने देने से संजीव खुद को अपमानित महसूस कर रहा था.
घटना का विवरण
21 जून की सुबह लगभग 11:30 बजे, संजीव ने अपना चेहरा ढककर और सिर पर टोपी पहनकर सोनम के घर में प्रवेश किया। उस समय सोनम अकेली थीं, क्योंकि उनके पति सुरिंदर काम पर गए हुए थे और उनके बच्चे विदेश में रहते हैं। घर के अंदर दोनों के बीच पैसों को लेकर बहस हुई, जिसके बाद गुस्से में आकर संजीव ने सोनम का गला दबाकर उनकी हत्या कर दी.
शव की खोज
जब पति सुरिंदर दोपहर में घर लौटे, तो उन्होंने देखा कि दरवाजा खुला था। उन्होंने सोनम को आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जब वह बाथरूम में गए, तो सोनम का शव जमीन पर पड़ा मिला। उन्होंने शोर मचाया, जिससे पड़ोसी इकट्ठा हो गए और पुलिस को सूचित किया गया.
CCTV फुटेज से मिली पहचान
सलेम टाबरी पुलिस और क्राइम ब्रांच ने सेफ सिटी कैमरों की फुटेज की जांच की और आसपास के CCTV फुटेज से आरोपी की पहचान की। संजीव के हुलिए और आने-जाने के समय का रिकॉर्ड मिला, जिससे पता चला कि वह हत्या के बाद इलाके से भाग गया था.
आरोपी की गिरफ्तारी
आखिरकार, पुलिस ने उसे दाना मंडी से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, संजीव एसी रिपेयरिंग का काम करता है और खुद का कारोबार शुरू करने की योजना बना रहा था। पैसों की आवश्यकता के चलते उसने सोनम से ब्याज पर पैसे लिए थे, लेकिन किश्त चुकाने में असफलता और अपमान ने उसे हत्या करने पर मजबूर कर दिया.
आगे की कार्रवाई
पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी। इस मामले को सुलझाने के बाद पुलिस ने सोनम जैन के परिवार को आंशिक राहत दी है, लेकिन यह सवाल भी उठता है कि क्या ब्याज पर पैसे देने वाले धंधे से जुड़ी एकल महिला होना उसकी असुरक्षा का कारण बना?