लॉस एंजेलिस में प्रदर्शन: ट्रंप का सख्त रुख और हालात की गंभीरता
लॉस एंजेलिस में उग्र प्रदर्शन
लॉस एंजेलिस, अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा शहर, इन दिनों उग्र प्रदर्शनों का केंद्र बन गया है। प्रदर्शनकारियों ने मैक्सिकन झंडे थामे हुए हैं और सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। हालात ऐसे हैं कि शहर में तोड़फोड़ और पुलिस वाहनों को आग लगाने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे स्थिति गृह युद्ध जैसी प्रतीत हो रही है। डिटेंशन सेंटर के बाहर प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाई है, और पिछले दो दिनों में हालात और बिगड़ गए हैं। अब सेना और प्रदर्शनकारी आमने-सामने हैं, और पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं।
ट्रंप का सख्त बयान
ट्रंप ने दंगाइयों को चेतावनी दी
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'टूथ सोशल' पर एक पोस्ट में नैशनल गार्ड की प्रशंसा की और कहा कि दंगाइयों को कुचल दिया जाएगा। उन्होंने मेयर कैरेन बैस और गवर्नर गेविन न्यूसम पर भी तंज कसा, यह कहते हुए कि वे स्थिति को संभालने में असमर्थ हैं, जैसा कि जनवरी में हुई जानलेवा आग के दौरान हुआ था। नैशनल गार्ड को आमतौर पर स्थानीय प्रशासन की सहायता के लिए बुलाया जाता है, लेकिन गवर्नर न्यूसम ने ट्रंप के इस निर्णय का विरोध किया, इसे तनाव बढ़ाने वाला बताया।
प्रदर्शन का कारण
अवैध अप्रवासियों के खिलाफ अभियान
लॉस एंजेलिस में 6-7 जून को अवैध अप्रवासियों के खिलाफ एक अभियान चलाया गया था, जिसका विरोध प्रदर्शनकारियों ने किया। अधिकारियों के अनुसार, प्रतिदिन लगभग 1600 अवैध अप्रवासियों को पकड़ा जा रहा है। होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट ने बताया कि एक हजार प्रदर्शनकारियों ने सरकारी इमारत को घेरकर ICE अधिकारियों पर हमला किया। स्थिति बिगड़ने पर ट्रंप ने नैशनल गार्ड को भेजने का आदेश दिया और कैलिफ़ोर्निया की स्टेट मिलिट्री का फेडरल नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। इस कदम को गवर्नर न्यूसम ने जानबूझकर भड़काने वाला बताया है।