वेनेजुएला तट पर अमेरिकी सेना का ड्रग तस्करी पर हमला
अमेरिकी सेना की कार्रवाई
वेनेजुएला नाव पर हमला: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर, अमेरिकी सेना ने कैरिबियन सागर में वेनेजुएला के तट के पास एक ड्रग तस्करी वाली नाव पर 'लीथल काइनेटिक स्ट्राइक' की। इस हमले में चार तस्कर मारे गए। यह नाव नशीले पदार्थों से भरी हुई थी और अमेरिकी तट की ओर बढ़ रही थी। युद्ध मंत्री हग्सेथ ने बताया, "हमारी खुफिया जानकारी ने पुष्टि की कि यह नाव नारकोटिक्स तस्करी में संलग्न थी।"
ड्रग्स की भारी मात्रा
नाव पर भारी मात्रा में ड्रग्स: ट्रंप ने एक वीडियो में कहा, "सुबह जल्दी वेनेजुएला तट से निकली यह नाव इतनी ड्रग्स से भरी थी कि यह 25 से 50 हजार लोगों की जान ले सकती थी।" इस कार्रवाई का उद्देश्य अमेरिकी क्षेत्र में प्रवेश को रोकना था। खुफिया एजेंसियों ने इस नाव को वेनेजुएला के गैंग 'ट्रेन डे अरागुआ' से जोड़ा है, जिसे अमेरिका ने आतंकी संगठन घोषित किया है। इस हमले में कोई अमेरिकी सैनिक हताहत नहीं हुआ।
वेनेजुएला का विरोध
वेनेजुएला के राष्ट्रपति का बयान: वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलास मादुरो ने इस हमले को 'आक्रामकता' करार दिया और कहा कि यह उनके शासन को उखाड़ फेंकने की साजिश है। उन्होंने अमेरिका पर नशीली दवाओं के बहाने सैन्य हस्तक्षेप का आरोप लगाया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह अंतरराष्ट्रीय समुद्री कानून का उल्लंघन हो सकता है, लेकिन ट्रंप प्रशासन ने इसे 'आत्मरक्षा' बताया। यह तीसरा ऐसा हमला है, जो लैटिन अमेरिकी ड्रग कार्टेलों पर अमेरिकी दबाव को बढ़ा रहा है।
ट्रंप की नीति का प्रभाव
ट्रंप की नीति: ट्रंप ने जुलाई में गुप्त आदेश जारी कर पेंटागन को कार्टेलों पर सैन्य कार्रवाई की अनुमति दी। इससे अमेरिका-वेनेजुएला के बीच तनाव बढ़ गया है, और मादुरो पर 50 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया गया है। यह कार्रवाई अमेरिकी युवाओं को ड्रग्स से बचाने का दावा करती है।