व्हाइट हाउस में बाइडेन की जगह ऑटोपेन की तस्वीर: ट्रंप का तंज
व्हाइट हाउस का नया राष्ट्रपति सम्मान पथ
Trump replaced Biden Photo : बुधवार को व्हाइट हाउस ने वेस्ट विंग के बाहर एक नया राष्ट्रपति सम्मान पथ (Presidential Walk of Fame) शुरू किया, जिसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों की तस्वीरें प्रदर्शित की गईं। इस दौरान, वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन की जगह एक ऑटोपेन (Autopen) की छवि ने सबका ध्यान आकर्षित किया। यह वही मशीन है जिसका उपयोग बाइडेन अक्सर आधिकारिक दस्तावेजों और क्षमादानों पर हस्ताक्षर करने के लिए करते हैं।
व्हाइट हाउस द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में, जब कैमरा बाइडेन की ओर जाता है, तो उनकी जगह ऑटोपेन को हस्ताक्षर करते हुए दिखाया गया है। एक अन्य तस्वीर में, डोनाल्ड ट्रंप को अपनी तस्वीर को देखते हुए देखा गया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, और बाइडेन के ऑटोपेन वाली तस्वीर पर लोगों ने विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं।
ऑटोपेन की कार्यप्रणाली
क्या है ऑटोपेन?
ऑटोपेन एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो किसी व्यक्ति के हस्ताक्षर की नकल करता है। इसमें एक असली पेन लगाया जाता है, और मशीन उस पेन को व्यक्ति के प्रोग्राम किए गए हस्ताक्षर के अनुसार चलाती है। इसका उपयोग राष्ट्रपति जैसे व्यस्त व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, ताकि वे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर बिना स्वयं उपस्थित हुए कर सकें।
ट्रंप का बाइडेन पर कटाक्ष
ट्रंप का बाइडेन पर तंज
डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर बाइडेन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी खुद दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं किए और ना ही आदेश दिए। उन्होंने कहा, “ये अवैध रूप से उपयोग हुआ, वह (बाइडेन) नहीं जानते कि उन्होंने क्या साइन किया। शायद जो उन्होंने खुद साइन किया हो, वह उनके बेटे का माफ़ीनामा था।”
ट्रंप और अन्य रिपब्लिकन नेताओं ने बाइडेन की मानसिक स्थिति पर भी सवाल उठाए हैं, यह दावा करते हुए कि ऑटोपेन का अत्यधिक उपयोग उनके नेतृत्व की अक्षमता को दर्शाता है। हालांकि, बाइडेन और डेमोक्रेटिक पार्टी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि राष्ट्रपति का ऑटोपेन का इस्तेमाल वैध और पारंपरिक प्रक्रिया के तहत होता है।
राजनीतिक विवाद का नया मोड़
राजनीतिक हलचलों के बीच नया विवाद
इस घटनाक्रम ने बाइडेन की कार्यशैली और मानसिक स्थिति को लेकर फिर से बहस छेड़ दी है। ट्रंप ने एक साक्षात्कार में कहा कि “हम ऑटोपेन की तस्वीर लगाएंगे”, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह मुद्दा आगामी चुनावों में भी एक बड़ा राजनीतिक हथियार बन सकता है।