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शाहजहांपुर में हाई वोल्टेज करंट से दो की मौत, श्रद्धालु झुलसे

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक भयानक हादसे में हाई वोल्टेज करंट लगने से दो लोगों की जान चली गई और कई श्रद्धालु गंभीर रूप से झुलस गए। यह घटना तब हुई जब श्रद्धालुओं का एक समूह ट्रैक्टर-ट्रॉली पर गंगाजल लेने जा रहा था। हादसे के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
 

शाहजहांपुर में भयानक हादसा

शाहजहांपुर दुर्घटना: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में मंगलवार रात एक गंभीर घटना घटी, जिसमें हाई वोल्टेज करंट लगने से दो व्यक्तियों की जान चली गई और लगभग छह श्रद्धालु गंभीर रूप से झुलस गए। यह हादसा तब हुआ जब श्रद्धालुओं का एक समूह ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार होकर गंगाजल लेने कंछला घाट की ओर जा रहा था, डीजे की धुन पर नाचते हुए।


हादसे का कारण

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह घटना कुंडलिया गांव के निकट उस समय हुई जब ट्रैक्टर-ट्रॉली पर लगा डीजे सिस्टम सड़क पर से गुजर रही 11,000 वोल्ट की हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। जैसे ही यह टकराया, ट्रैक्टर-ट्रॉली में करंट दौड़ गया और उस पर सवार श्रद्धालु इसकी चपेट में आ गए।


मृतकों की पहचान

चालक और किशोर की मौत

पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने जानकारी दी कि इस घटना में ट्रैक्टर चालक सुखबीर (30) और एक किशोर जसवीर (16) की मौके पर ही मौत हो गई। करंट लगने के कारण दोनों ट्रैक्टर के पहियों के नीचे गिर गए, जिससे उनकी तुरंत मृत्यु हो गई।


अन्य श्रद्धालु झुलसे

ट्रॉली में सवार लोग प्रभावित

यह घटना मंगलवार रात लगभग 9:30 बजे हुई। श्रद्धालु जल लेने कछला गंगा घाट की ओर बढ़ रहे थे। जैसे ही ट्रैक्टर-ट्रॉली बिजली की लाइन से टकराई, उसमें सवार लगभग छह अन्य लोग करंट की चपेट में आ गए और झुलस गए।


गांव में अफरा-तफरी

अफरा-तफरी का माहौल

हादसे के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस थाना प्रभारी और उनकी टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। झुलसे हुए श्रद्धालुओं को तुरंत निजी वाहनों से बदायूं जिला अस्पताल भेजा गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।


मृतकों के शवों का पंचनामा

पंचनामा और जांच

पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने अभी तक हादसे की जिम्मेदारी को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही और आयोजकों की असावधानी दोनों पर सवाल उठ रहे हैं। यह दुखद घटना न केवल दो परिवारों को प्रभावित करती है, बल्कि एक धार्मिक यात्रा को भी मातम में बदल देती है।