शुभमन गिल की ऐतिहासिक पारी: पिता का तिहरा शतक न बना पाने का मलाल
IND vs ENG: शुभमन गिल का शानदार प्रदर्शन
IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन टेस्ट में शुभमन गिल ने एक अद्भुत पारी खेली। उन्होंने इंग्लिश गेंदबाजों को ध्वस्त करते हुए दोहरा शतक बनाया। इस दौरे में उन्हें पहले टेस्ट का कप्तान बनाए जाने की चर्चा थी, जिसके चलते उन पर कई सवाल उठ रहे थे। हालांकि, उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने पहला टेस्ट गंवाया, लेकिन गिल ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया।
गिल ने लीड्स में शतक जड़ा और फिर बर्मिंघम में 269 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली। उनकी इस पारी की पूरे क्रिकेट जगत में प्रशंसा हो रही है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें अपने पिता से डांट सुनने को मिली। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके पिता को इस पारी के बाद भी एक चीज का अफसोस था, जिसे वह पूरा नहीं कर पाए।
गिल के पिता को किस चीज की कमी खल रही थी?
शुभमन गिल ने एजबेस्टन में शानदार पारी खेलकर सभी का दिल जीत लिया। उनके परिवार वाले भी उनकी इस खास पारी को देखकर बेहद खुश थे और फोन पर वॉइस मैसेज के जरिए उन्हें बधाई दी। उनके पिता ने संदेश में कहा, “शुभमन, बहुत अच्छा खेला, आज तेरी बैटिंग देखकर बहुत मजा आया। जब तू छोटा था और अंडर 16-19 खेलता था, आज तूने उसी तरह से खेला। मुझे बहुत गर्व महसूस हुआ।” हालांकि, गिल ने बताया कि उनके पिता को इस बात का मलाल था कि वह तिहरा शतक नहीं बना पाए।
गिल की पारी की चारों ओर हो रही है सराहना
शुभमन गिल ने अपनी इस पारी से इंग्लैंड को इस मैच में कमजोर किया और दिग्गजों की बधाई का सिलसिला शुरू हो गया। सचिन तेंदुलकर से लेकर युवराज सिंह तक सभी उनके प्रशंसक बन गए। उन्होंने इस मैराथन पारी में 30 चौके और छक्के लगाए। इसके साथ ही, इंग्लैंड की धरती पर दोहरा शतक बनाने वाले पहले भारतीय कप्तान बने। इंग्लैंड में उनका यह स्कोर किसी भी भारतीय का सबसे बड़ा स्कोर है।
भारत के पास सीरीज बराबरी का सुनहरा मौका
लीड्स में हार के बाद, टीम इंडिया के पास इस सीरीज में बराबरी करने का एक शानदार अवसर है। एजबेस्टन की पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी के बाद, टीम इंडिया के गेंदबाज भी बेहतरीन फॉर्म में नजर आ रहे हैं। मैच के दूसरे दिन जब इंग्लैंड के बल्लेबाज तीसरे सेशन में बल्लेबाजी करने उतरे, तो आकाशदीप और सिराज की तेज गेंदबाजी का सामना करने में उन्हें कठिनाई हुई। इंग्लैंड ने अपने तीन विकेट जल्दी ही खो दिए।