शुभमन गिल की तकनीकी खामियां इंग्लैंड में चुनौती बन सकती हैं
शुभमन गिल की कप्तानी की परीक्षा
ENG vs IND: भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान शुभमन गिल 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में अपनी कप्तानी और बल्लेबाजी का प्रदर्शन करेंगे। हालांकि, इस श्रृंखला से पहले इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज निक नाइट ने गिल की बल्लेबाजी में एक महत्वपूर्ण तकनीकी कमी का उल्लेख किया है, जो उन्हें इंग्लैंड की कठिन पिचों पर समस्याओं का सामना करवा सकती है.
गिल की तकनीकी कमी
निक नाइट ने शुभमन गिल की बल्लेबाजी तकनीक पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी बल्लेबाजी में एक महत्वपूर्ण कमी है। नाइट के अनुसार, जब गिल फॉर्म में नहीं होते या आत्मविश्वास की कमी का सामना कर रहे होते हैं, तो उनका अगला पैर (फ्रंट लेग) अधिक बाहर की ओर चला जाता है। इससे उनके शरीर का रोटेशन सही नहीं हो पाता और गेंद को खेलने में कठिनाई होती है.
गिल को बाएं हाथ के गेंदबाजों से परेशानी
नाइट ने कहा, "जब मैं IPL कमेंट्री के लिए भारत गया था, तब मैंने गिल की इस कमी को बार-बार देखा। जब वह फॉर्म में नहीं होते, तो उनका अगला पैर जरूरत से ज्यादा बाहर की ओर चला जाता है। इससे गेंद को सही तरीके से खेलना मुश्किल हो जाता है."
निक नाइट ने यह भी बताया कि शुभमन गिल को इंग्लैंड में बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों से विशेष रूप से परेशानी हो सकती है। यदि कोई बाएं हाथ का गेंदबाज ओवर द विकेट गेंदबाजी करता है और गेंद को पैड्स की ओर स्विंग करता है, तो गिल के लिए इसे खेलना चुनौतीपूर्ण होगा। नाइट ने कहा, "हाल के समय में गिल ने इस कमी पर थोड़ा काम किया है लेकिन बाएं हाथ के गेंदबाजों के खिलाफ यह समस्या हमेशा उनके लिए सिरदर्द बनी रह सकती है."
इंग्लैंड में गिल का प्रदर्शन
शुभमन गिल ने अपने टेस्ट करियर में अब तक 32 मैच खेले हैं और 35.05 की औसत से 1893 रन बनाए हैं। इसमें उनके नाम पांच शतक और सात अर्धशतक हैं। हालांकि, भारतीय पिचों पर शानदार प्रदर्शन करने वाले गिल का विदेशी धरती पर रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है। विशेष रूप से इंग्लैंड में उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। गिल ने इंग्लैंड में तीन टेस्ट मैचों में केवल 88 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 28 रन रहा है.