श्रमिक वर्ग: राष्ट्र के विकास का आधार, डॉ. कृष्ण मिड्ढा का संदेश
श्रमिकों के सम्मान में आयोजित समारोह
- सरकार श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है
- डीआरडीए हॉल में श्रमिक सम्मान समारोह का आयोजन
जींद। हरियाणा भवन एवं अन्य निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड ने रविवार को डीआरडीए हॉल में जिला स्तरीय श्रमिक सम्मान एवं जागरूकता समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण लाल मिड्ढा ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि श्रमिक वर्ग राष्ट्र के विकास की आत्मा है।
श्रमिक समाज वह महत्वपूर्ण इकाई है जो बिना किसी अपेक्षा के अपने श्रम और समर्पण से राष्ट्र की नींव को मजबूत बनाते हैं। उनके योगदान से सभ्यता, संस्कृति, अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भरता का निर्माण होता है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का नेतृत्व एक नई सोच और समावेशी विकास की दिशा में महत्वपूर्ण है। सरकार श्रमिकों को केवल योजनाओं का लाभार्थी नहीं, बल्कि एक सक्रिय नागरिक के रूप में देखती है।
श्रमिकों के बच्चों के लिए छात्रवृत्तियां
डॉ. मिड्ढा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्रमिक गौरव योजना के तहत दीर्घकालिक सेवाएं देने वाले श्रमिकों को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाता है। इसके अलावा, श्रमिकों के बच्चों को प्राथमिक से उच्च शिक्षा तक विशेष छात्रवृत्तियां और मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है। स्वास्थ्य बीमा, विवाह सहायता, मातृत्व लाभ, और वृद्धावस्था पेंशन जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि जिन श्रमिकों के पास आवास नहीं है, उन्हें आवासीय सहायता प्रदान की जा रही है ताकि वे सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें।
महिला श्रमिकों के लिए विशेष योजनाएं
महिला श्रमिकों के लिए मातृत्व अवकाश और प्रसूति सहायता जैसी विशेष योजनाएं लागू की गई हैं। डॉ. मिड्ढा ने कहा कि श्रमिक समाज का यह वर्ग अत्यंत मेहनती है और उनके हितों की रक्षा करना सरकार की प्राथमिकता है। राज्य सरकार श्रमिकों के सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी उत्थान के लिए कई योजनाएं चला रही है।
इन योजनाओं के तहत पंजीकृत श्रमिकों को बच्चों की शिक्षा सहायता, विवाह अनुदान, चिकित्सा सुविधा, और कौशल विकास प्रशिक्षण जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
पंजीकरण की प्रक्रिया को सरल बनाना
डॉ. मिड्ढा ने श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिक से अधिक श्रमिकों का पंजीकरण किया जाए ताकि वे योजनाओं का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकें। इसके लिए गांव-गांव में कैम्प आयोजित करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर जींद के एसडीएम सत्यवान सिंह मान और श्रम विभाग के सहायक निदेशक नरेंद्र सिंह मान भी उपस्थित थे।