श्रीकृष्ण जन्मोत्सव 2023: जानें कब मनाई जाएगी जन्माष्टमी
जन्माष्टमी का उत्सव और तिथियों का भ्रम
इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को लेकर भक्तों के बीच एक महत्वपूर्ण प्रश्न उठ रहा है: जन्माष्टमी कब मनाई जाएगी? भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि पर हर साल की तरह इस बार भी श्रीकृष्ण का जन्मदिन मनाया जाएगा। हालांकि, इस बार तिथि और नक्षत्रों की स्थिति कुछ जटिल है।पंचांग के अनुसार, अष्टमी तिथि 15 अगस्त की रात 11:49 बजे से शुरू होकर 16 अगस्त की रात 9:34 बजे तक रहेगी। इस बार रोहिणी नक्षत्र का अभाव है, जो आमतौर पर श्रीकृष्ण के जन्म से जुड़ा होता है। इस कारण से कई भक्तों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
काशी के ज्योतिषियों और पारंपरिक पंचांगों के अनुसार, चूंकि अष्टमी तिथि का उदय 16 अगस्त को हो रहा है, इसलिए जन्माष्टमी इसी दिन मनाई जाएगी। मथुरा और वृंदावन जैसे धार्मिक स्थलों पर भी पर्व 16 अगस्त को ही मनाया जाएगा।
दिलचस्प बात यह है कि 17 अगस्त की सुबह 4:30 बजे रोहिणी नक्षत्र आएगा, लेकिन तब तक अष्टमी समाप्त हो चुकी होगी।
इस दिन दान में क्या करें?
इस विशेष दिन का एक और महत्वपूर्ण पहलू है "घी संक्रांति", क्योंकि सूर्यदेव 16 अगस्त को सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। इस दिन गाय के दूध से बने घी का दान करना अत्यंत पुण्यदायक माना जाता है।
आप निम्नलिखित वस्तुओं का दान कर सकते हैं: पीले वस्त्र, गाय का घी, जड़ी-बूटियाँ, चना दाल, गुड़, और सफेद खाद्य पदार्थ।
मान्यता है कि यदि इन वस्तुओं का श्रद्धा से दान किया जाए, विशेषकर भगवान विष्णु के मंदिर में जाकर, तो गुरु ग्रह की दशा सुधरती है और जीवन की बाधाएँ धीरे-धीरे समाप्त होने लगती हैं।