×

श्रीनगर एयरपोर्ट पर सेना अधिकारी द्वारा स्पाइसजेट कर्मचारियों पर हमला

श्रीनगर एयरपोर्ट पर एक सेना अधिकारी ने स्पाइसजेट के चार कर्मचारियों पर हमला किया, जिसमें एक कर्मचारी की रीढ़ की हड्डी टूट गई। इस घटना के बाद एयरलाइन ने अधिकारी को नो फ्लाइंग लिस्ट में डाल दिया है। जानें इस घटना के पीछे का कारण और एयरलाइन के बैगेज नियम क्या हैं।
 

श्रीनगर एयरपोर्ट पर हुई हिंसा

फ्लाइट बैगेज नियम: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर एयरपोर्ट पर एक सेना अधिकारी ने स्पाइसजेट एयरलाइंस के चार कर्मचारियों के साथ मारपीट की। इस घटना में एक कर्मचारी की रीढ़ की हड्डी टूट गई, जबकि दूसरे का जबड़ा टूट गया। तीसरे कर्मचारी को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि वह बेहोश हो गया, और चौथे कर्मचारी के नाक से खून बहने लगा। यह घटना 26 जुलाई को हुई थी।


एयरलाइन की कार्रवाई

स्पाइसजेट ने इस मामले में सेना के अधिकारी को नो फ्लाइंग लिस्ट में डाल दिया है। सेना ने भी इस घटना का संज्ञान लेने का आश्वासन दिया है। एयरपोर्ट पर अक्सर अतिरिक्त लगेज और उसके चार्जेज को लेकर विवाद होते रहते हैं, जिससे कई बार ग्राहक कर्मचारियों के साथ झगड़ते हैं। आइए जानते हैं कि उड़ान में कितने किलो सामान ले जाने की अनुमति है और इसके नियम क्या हैं।


नियमों में बदलाव

दिसंबर 2024 में लागू हुए नए नियम


नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो ने यात्रियों के लिए कुछ नए नियम बनाए हैं। इसके अनुसार, यात्री अपने हैंड बैग में केवल 7 किलोग्राम तक का सामान ले जा सकते हैं। दिसंबर 2024 में नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो और सीआइएसएफ ने हैंड बैग और लगेज के लिए नए नियम लागू किए थे। अब घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में यात्रियों को केवल एक ही बैग ले जाने की अनुमति होगी, जिसमें हैंड बैग भी शामिल है।


लगेज की सीमाएं

लगेज की अलग-अलग सीमाएं


यह सीमा इकोनॉमी और प्रीमियम इकोनॉमी श्रेणी के यात्रियों पर लागू होती है। वहीं, प्रथम श्रेणी और बिजनेस क्लास में यात्रा करने वाले यात्री 10 किलो तक का हैंड बैग ले जा सकते हैं। हैंड बैग के आकार के लिए भी नियम निर्धारित किए गए हैं। एक यात्री के हैंड बैग की ऊंचाई 55 सेमी, लंबाई 40 सेमी और चौड़ाई 20 सेमी होनी चाहिए। यदि यात्री इन मानकों से अधिक सामान ले जाते हैं, तो उन्हें अतिरिक्त चार्ज देना पड़ता है। उदाहरण के लिए, एयर इंडिया अतिरिक्त लगेज पर प्रति किलो 600 रुपये चार्ज करता है।


घटना का कारण

स्पाइसजेट के अधिकारियों ने सेना के अधिकारी को तय मानक से अधिक लगेज होने के कारण रोका और अतिरिक्त भुगतान करने को कहा। इस पर अधिकारी भड़क गए और उन्होंने कर्मचारियों पर हमला कर दिया, जिससे एक कर्मचारी की रीढ़ की हड्डी टूट गई।