संयुक्त राष्ट्र ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए, बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों पर सख्ती
ईरान के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के नए प्रतिबंध
संयुक्त राष्ट्र ने हाल ही में ईरान के खिलाफ कड़े प्रतिबंधों की घोषणा की है। यह निर्णय ईरान के बढ़ते परमाणु कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों को लेकर उठाया गया है। ये प्रतिबंध रविवार रात 12:00 बजे से प्रभावी हो गए हैं। नए नियमों के अनुसार, ईरान की विदेशी संपत्तियों को फ्रीज किया जाएगा, और वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हथियारों की खरीद-फरोख्त नहीं कर सकेगा। इसके साथ ही, बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से संबंधित सभी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी और रोक लगाई जाएगी।
यह कार्रवाई स्नैपबैक मेकैनिज्म के तहत की गई है, जो 2015 में हुए परमाणु समझौते का हिस्सा है। इस मेकैनिज्म के अनुसार, यदि ईरान समझौते का उल्लंघन करता है, तो स्वतः प्रतिबंध लागू हो जाते हैं। हालांकि, ईरान ने इन प्रतिबंधों को गैर-कानूनी और अमान्य बताते हुए कहा है कि संयुक्त राष्ट्र को ऐसे कदम उठाने का अधिकार नहीं है। ईरान के विदेश मंत्रालय का दावा है कि इन प्रतिबंधों का उसके परमाणु कार्यक्रम या रक्षा क्षमताओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इससे पहले, जून 2025 में ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ गया था। इसराइल ने ईरान पर लगातार 12 दिनों तक सैन्य हमले किए थे, और अमेरिका ने भी ईरान के कई परमाणु ठिकानों पर हवाई बमबारी की थी। संयुक्त राष्ट्र के इस नए कदम से पश्चिम एशिया में तनाव और बढ़ सकता है, जहां अमेरिका और इजराइल इसे सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानते हैं, जबकि रूस और चीन जैसे देश अक्सर ऐसे प्रतिबंधों का विरोध करते आए हैं।