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संसद का मानसून सत्र: हंगामे के बीच सर्वदलीय बैठक से मिली सहमति

संसद का मानसून सत्र इस समय हंगामेदार स्थिति में है, जिसमें विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी का दौर जारी है। इस बीच, एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें लोकसभा की कार्यवाही को नियमित रूप से चलाने पर सहमति बनी। राहुल गांधी और अन्य नेताओं ने संसदीय कार्य मंत्री से मुलाकात की, जिससे यह तय हुआ कि सोमवार से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू होगी। जानें इस सत्र की पूरी जानकारी और आगे की योजनाएँ।
 

संसद का मानसून सत्र

संसद का मानसून सत्र इस समय चल रहा है, लेकिन यह सत्र काफी विवादास्पद रहा है। अधिकांश समय विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी में व्यतीत हुआ है। इस स्थिति को देखते हुए, आज एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसदीय कार्य मंत्री से मुलाकात की। इस बैठक में लोकसभा में गतिरोध समाप्त करने पर चर्चा की गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ हुई इस सर्वदलीय बैठक में सत्र को सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनी।


सर्वदलीय बैठक में सहमति

राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल के साथ मिलकर अध्यक्ष ओम बिरला से चर्चा की। इस बैठक में लोकसभा की कार्यवाही को नियमित रूप से चलाने पर सहमति बनी। सोमवार से ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू होगी। हालांकि, अध्यक्ष के साथ हुई बैठक में एसआईआर के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। सरकार ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग से जुड़े मुद्दों पर सदन में चर्चा नहीं की जा सकती।


लोकसभा की कार्यवाही नियमित रूप से चलेगी

लोकसभा की कार्यवाही

अध्यक्ष ओम बिरला के साथ हुई सर्वदलीय बैठक में सत्र को सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनी है। सोमवार से लोकसभा की कार्यवाही नियमित रूप से चलेगी। इसके साथ ही, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा भी शुरू होगी। हालांकि, नियम 193 के तहत इस पर चर्चा नहीं होगी, बल्कि विपक्ष की मांग के अनुसार इसे विशेष चर्चा के तहत लिया जाएगा। उम्मीद है कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में इस मुद्दे पर 16-16 घंटे की चर्चा होगी।


ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग

ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा

मानसून सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग कर रहा था। इसके साथ ही, विपक्ष बिहार सर के मुद्दे पर भी विरोध कर रहा था। इसी कारण अब तक सत्र में किसी भी विषय पर चर्चा नहीं हो पाई है। सर्वदलीय बैठक में बनी सहमति के बाद, यह उम्मीद की जा रही है कि सदन की कार्यवाही नियमित रूप से चलेगी।