सऊदी अरब में मौत की सजा में तेजी से वृद्धि, विदेशी नागरिक भी शामिल
सऊदी अरब में मौत की सजा की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिसमें विदेशी नागरिकों की भी भागीदारी है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2014 से 2025 के बीच 1,816 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई है। ड्रग से जुड़े अपराधों के लिए सजा पाने वालों में से अधिकांश विदेशी हैं। ईरान में भी फांसी की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे मानवाधिकारों की स्थिति पर चिंता बढ़ गई है। जानें इस विषय पर और क्या जानकारी सामने आई है।
Jul 8, 2025, 01:25 IST
सऊदी अरब में मौत की सजा का बढ़ता मामला
सऊदी अरब में मौत की सजा: मानवाधिकार परिषद (HRC) के 59वें सत्र में ईरान में फांसी की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की गई थी। हालाँकि, एक नई रिपोर्ट में सऊदी अरब में फांसी के मामलों में वृद्धि का उल्लेख किया गया है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, ईरान ने 2024 में 975 लोगों को मौत की सजा दी थी। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में एमनेस्टी इंटरनेशनल ने सऊदी अरब में मौत की सजा की संख्या में चौंकाने वाली वृद्धि की पुष्टि की है, जिसमें कई विदेशी नागरिक भी शामिल हैं, जिन्हें ड्रग से संबंधित अपराधों के लिए सजा दी गई थी।
1,816 लोगों को सुनाई गई मौत की सजा
जनवरी 2014 से जून 2025 के बीच, सऊदी अरब ने 1,816 लोगों को मौत की सजा सुनाई। एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार, ड्रग से जुड़े अपराधों के लिए लगभग हर तीन में से एक व्यक्ति को मौत की सजा दी गई, जिनमें से 75 प्रतिशत विदेशी नागरिक थे।
मौत की सजा में वृद्धि की प्रवृत्ति
सऊदी अरब ने अकेले जून 2025 में 46 लोगों को मौत की सजा दी, जिनमें से 37 को ड्रग से संबंधित अपराधों के लिए सजा दी गई। एमनेस्टी ने बताया कि औसतन प्रतिदिन एक से अधिक ड्रग से जुड़े मामलों में मौत की सजा सुनाई गई, जिनमें से 34 विदेशी नागरिक थे।
ईरान में भी बढ़ी फांसी की घटनाएं
नॉर्वे स्थित ईरान ह्यूमन राइट्स (IHRNGO) के अनुसार, 2025 के पहले चार महीनों में ईरान में कम से कम 343 लोगों को मौत की सजा दी गई, जो 2024 की इसी अवधि की तुलना में 75 प्रतिशत अधिक है। अकेले अप्रैल में 110 लोगों को फांसी दी गई, जो इस वर्ष का सबसे अधिक मासिक आंकड़ा है।
खाड़ी देशों में फांसी की स्थिति
ईरान ने जून के अंत में कई इज़राइली नागरिकों को भी फांसी दी। सटीक आंकड़े अभी उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन दोनों खाड़ी देश फांसी के मामलों में शीर्ष पर बने हुए हैं।