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सचिन तेंदुलकर ने मैनचेस्टर टेस्ट ड्रॉ विवाद पर अपनी राय रखी

भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेले गए टेस्ट मैच का परिणाम ड्रॉ रहा, जिसमें भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। इस मैच के दौरान इंग्लिश टीम ने जडेजा और सुंदर पर हैंडशेक करने का दबाव डाला। सचिन तेंदुलकर ने इस विवाद पर अपनी राय रखते हुए कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को ऐसा नहीं करना चाहिए। उन्होंने सीरीज के परिणाम पर भी चर्चा की, जिसमें दोनों टीमों ने 2-2 से बराबरी की।
 

भारत और इंग्लैंड के बीच ड्रॉ मैच

Sachin Tendulkar IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में आयोजित टेस्ट मैच का परिणाम ड्रॉ रहा। इस मुकाबले में भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम की हार को टाल दिया। मैच के अंतिम क्षणों में ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर काफी नाटकीयता देखने को मिली। इंग्लिश टीम ने रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर पर मैच को ड्रॉ पर समाप्त करने का दबाव डाला।


सचिन तेंदुलकर की प्रतिक्रिया

इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और उनकी टीम चाहती थी कि जडेजा और सुंदर हाथ मिलाकर मैच समाप्त कर दें, ताकि मेजबान गेंदबाजों को अधिक गेंदबाजी न करनी पड़े। इस विवाद पर क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।


ड्रॉ विवाद पर सचिन ने दी प्रतिक्रिया


सचिन तेंदुलकर ने रेडिट पर इस मुद्दे पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “भारतीय खिलाड़ियों को क्यों आगे बढ़कर हाथ मिलाना चाहिए? वे इंग्लैंड के गेंदबाजों को आराम क्यों दें? अगर इंग्लैंड हैरी ब्रूक से गेंदबाजी करवाना चाहती है, तो यह कप्तान स्टोक्स का निर्णय है। यह भारत की समस्या नहीं है। वॉशिंगटन ने शतक बनाया और जडेजा ने भी सेंचुरी जमाई। यह खेल भावना के खिलाफ क्यों है? वे ड्रॉ के लिए खेल रहे थे, न कि अपने शतक के लिए। अगर वे क्रीज पर आते ही आउट हो जाते, तो हम मैच हार सकते थे।”


सीरीज का परिणाम

2-2 से बराबर रही सीरीज


भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 2-2 से बराबर रही। हेडिंग्ले में हार के बाद, टीम इंडिया ने एजबेस्टन में इंग्लैंड को 336 रनों से हराया। हालांकि, तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड ने जीत हासिल की, जबकि चौथे टेस्ट का परिणाम ड्रॉ रहा।


ओवल में, टीम इंडिया एक समय हार की कगार पर थी, लेकिन मोहम्मद सिराज ने अंतिम दिन शानदार गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड से जीत छीन ली। इंग्लैंड की टीम अंतिम दिन 4 विकेट के साथ 35 रन नहीं बना सकी।