सरदार पटेल की जयंती पर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन
सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर विशेष कार्यक्रम
भारत की स्वतंत्रता के बाद, जब देश विभिन्न रियासतों और अस्थिरताओं से जूझ रहा था, सरदार वल्लभभाई पटेल ने दृढ़ता और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक बनकर उभरते हुए 562 रियासतों को एकजुट किया। उनकी राजनीतिक दूरदर्शिता और अटूट इच्छाशक्ति ने भारत को एक अखंड राष्ट्र के रूप में स्थापित किया। इस अद्वितीय योगदान के लिए उन्हें 'लौह पुरुष' और 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया।
उनकी 150वीं जयंती के अवसर पर शुक्रवार को नौतनवा नगर पालिका कार्यालय में एक श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पालिका अध्यक्ष बृजेश मणि त्रिपाठी और अधिशासी अधिकारी संदीप कुमार सरोज ने सरदार पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उपस्थित कर्मचारियों को राष्ट्र की एकता और अखंडता बनाए रखने की शपथ भी दिलाई गई।
पालिका अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा, 'आज भारत को एक मजबूत और एकीकृत राष्ट्र के रूप में जो हम देख रहे हैं, वह दरअसल पटेल जी के लौह संकल्प का परिणाम है। वे केवल 'लौह पुरुष' नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण के प्रेरणादायक स्तंभों में से एक हैं।'
इस कार्यक्रम में कई प्रमुख लोग और नागरिक उपस्थित रहे, जिनमें प्रधान लिपिक रमाशंकर सिंह, सभासद धर्मात्मा जायसवाल, अनिल मद्धेशिया, राकेश जायसवाल, और अन्य शामिल थे।