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सांप काटने पर तुरंत क्या करें: जानें आवश्यक कदम

सांप काटने की घटनाएं बारिश के मौसम में बढ़ जाती हैं। इस स्थिति में क्या करना चाहिए, जानें। सबसे पहले, काटने वाली जगह को धोना और जहर को फैलने से रोकना आवश्यक है। इसके बाद, मरीज को डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। जानें कि सांप के काटने के बाद क्या नहीं करना चाहिए और किस प्रकार की सावधानियां बरतनी चाहिए।
 

सांप के काटने पर क्या करें

सांप का नाम सुनते ही अधिकांश लोगों में भय उत्पन्न हो जाता है। खासकर बारिश के मौसम में सांप के काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। बारिश के दौरान, सांप अपने ठिकानों से बाहर निकल आते हैं क्योंकि उनके घरों में पानी भर जाता है। इस कारण, गांवों में बारिश के समय सांप काटने की घटनाएं अधिक होती हैं। जब लोग खेतों में काम कर रहे होते हैं, तो कभी-कभी सांप काट लेते हैं। सांप के काटने के बाद, लोग घबरा जाते हैं और समझ नहीं पाते कि उन्हें क्या करना चाहिए। आज हम आपको बताएंगे कि इस स्थिति में आपको सबसे पहले क्या करना चाहिए।


सांप काटने पर तुरंत कदम

यदि आपको सांप ने काट लिया है, तो सबसे पहले उस स्थान को बिना देर किए साबुन और पानी से धो लें। इसके बाद, काटने वाली जगह से आधा इंच ऊपर एक मजबूत रस्सी या मोटे धागे से कसकर बांध दें, ताकि जहर खून में आगे न बढ़ सके। हाथ या पैर को हृदय से ऊपर रखने का प्रयास करें। यदि पैर में काटा है, तो उसे जितना संभव हो सके ऊपर उठाकर रखें। इससे सांप का जहर खून में कम फैलेगा।


जहर को खून में जाने से रोकने के उपाय

सांप के काटने के बाद, मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। इसके साथ ही, मरीज को ज्यादा हिलने-डुलने से बचाना चाहिए। हृदय की धड़कन बढ़ने से रक्त संचार तेज होता है, जिससे जहर तेजी से फैलने का खतरा बढ़ जाता है।


सांप के काटने के बाद सोने से बचें

सांप के काटने के बाद, खाने और सोने से बचना चाहिए। विषैले सांप के काटने के बाद, मरीज को नींद और बेहोशी का अनुभव हो सकता है। इसलिए, डॉक्टर तक पहुंचने तक मरीज को जागरूक रखना आवश्यक है। काटने के बाद सूजन आने पर, यदि आपने कोई आभूषण पहना है, तो उसे तुरंत हटा दें। सूजन के कारण अंगूठी या अन्य आभूषण फंस सकते हैं।


सांप के काटने के बाद क्या नहीं करना चाहिए

सांप के काटने वाले घाव पर बर्फ लगाने से बचें। काटने वाली जगह से जहर को चूसने की कोशिश न करें। हाथ को लगातार पानी में डुबाने से भी बचें। कैफीन युक्त चीजों का सेवन न करें, शराब से दूर रहें और इबुप्रोफेन या एस्पिरिन जैसी दर्द निवारक दवाएं न लें।