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साहिबजादों की शहादत का सम्मान: पंजाब स्पीकर का बयान

पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने साहिबजादों की शहादत को लेकर महत्वपूर्ण विचार साझा किए हैं। उन्होंने कहा कि यह शहादत सिख धर्म की परंपराओं के अनुरूप नहीं है। इसके साथ ही, पंजाब सरकार ने अमृतसर, आनंदपुर साहिब और तलवंडी साबो को पवित्र नगर घोषित किया है। जानें इस विषय में और क्या कहा गया है।
 

साहिबजादों की शहादत का महत्व


कुलतार सिंह संधवां का बयान


चंडीगढ़ में पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि सिख समुदाय साहिबजादों की शहादत को अत्यंत सम्मान के साथ देखता है। उन्होंने बताया कि साहिबजादों ने युवा अवस्था में ही महान बलिदान दिए थे। यह शहादत किसी एक देश या विचारधारा तक सीमित नहीं है।


स्पीकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साहिबजादों की शहादत को मान्यता देने की भावना का स्वागत किया, लेकिन यह भी कहा कि इसे वीर बाल दिवस के रूप में मनाना सिख धर्म की परंपराओं के अनुरूप नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री इस मामले में सिख समुदाय की भावनाओं का ध्यान रखेंगे।


पंजाब के पवित्र नगरों की घोषणा


पंजाब सरकार ने अमृतसर, आनंदपुर साहिब और तलवंडी साबो को आधिकारिक रूप से पवित्र नगर घोषित किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि इन शहरों का विकास किया जाएगा और श्रद्धालुओं के लिए ई-रिक्शा और शटल बस सेवाएं शुरू की जाएंगी।


उन्होंने कहा कि यह कदम पहले ही उठाया जाना चाहिए था। अमृतसर, आनंदपुर साहिब और तलवंडी साबो सिखों के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल हैं, जहां सिख पंथ के तीन तख्त स्थित हैं।