सिरसा में मीडिया कार्यशाला: नशा उन्मूलन और पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा
मीडिया कार्यशाला का आयोजन
– सकारात्मक रिपोर्टिंग और सामूहिक प्रयास से समाज में बदलाव संभव: उपायुक्त शांतनु शर्मा
– मीडिया को तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग को प्राथमिकता देनी चाहिए: एसपी दीपक सहारण
– नशा अंधेरे में पनपता है, पत्रकारिता का प्रकाश इसे कम करने में सहायक: एसपी निकिता खट्टर
– उपायुक्त शांतनु शर्मा, सिरसा एसपी दीपक सहारण और डबवाली एसपी निकिता खट्टर ने मीडिया से संवाद किया
– मीडिया कार्यशाला में विशेषज्ञों ने पर्यावरण संरक्षण और नशा उन्मूलन में मीडिया की भूमिका पर व्याख्यान दिए
सिरसा: भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रेस सूचना ब्यूरो द्वारा हरियाणा के सिरसा में वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर 'वार्ता' नामक मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में नशा उन्मूलन, पर्यावरण संरक्षण और मीडिया की भूमिका पर चर्चा की गई। इसका उद्देश्य इन मुद्दों पर सरकार और मीडिया के बीच सार्थक संवाद को बढ़ावा देना था। इस कार्यक्रम में उपायुक्त शांतनु शर्मा, पुलिस अधीक्षक सिरसा दीपक सहारण, डबवाली एसपी निकिता खट्टर और अन्य अधिकारी शामिल हुए।
उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि मीडिया की सकारात्मक भूमिका और किसानों के सहयोग से पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने पर्यावरण जागरूकता के लिए कई मुहिम चलाई हैं। उन्होंने नशे के प्रति जागरूकता फैलाने में मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इसके समाधान के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।
सिरसा के एसपी दीपक सहारण ने मीडिया से अपील की कि वे संवेदनशीलता के साथ सही तथ्यों पर आधारित समाचार प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति केंद्रों में जाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा सकता है। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि वे अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली पर रिफ्लेक्टर लगवाएं।
डबवाली एसपी निकिता खट्टर ने कहा कि नशा केवल एक अपराध नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक समस्या है। उन्होंने पत्रकारों से आग्रह किया कि वे नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि नशा अक्सर अंधेरे में पनपता है और पत्रकारिता का प्रकाश इसे कम करने में मदद कर सकता है।
कार्यशाला में पीआईबी चंडीगढ़ के मीडिया एवं संचार अधिकारी अहमद खान ने वार्ता के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम जन कल्याण योजनाओं को मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का प्रयास है।
सीडीएलयू सिरसा के डॉ. एम. काशिफ किदवई ने पर्यावरण संरक्षण पर व्याख्यान दिया और कहा कि किसान आधुनिक तकनीकों को अपनाकर आर्थिक रूप से मजबूत हो सकते हैं। डॉ. अमित सांगवान ने नशा मुक्ति में मीडिया की भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नशा पीड़ितों के लिए सकारात्मक कहानियों का प्रचार करना आवश्यक है।
कार्यक्रम में उपस्थित मीडिया कर्मियों ने भविष्य में भी ऐसी कार्यशालाओं के आयोजन की आवश्यकता पर जोर दिया।