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सुखबीर सिंह बादल ने सिखों के नेतृत्व को कमजोर करने की साजिश पर जताई चिंता

शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने सिख समुदाय से अपील की है कि वे धार्मिक संस्थानों पर नियंत्रण हासिल करने और खालसा पंथ को नेतृत्वविहीन करने की साजिशों को पहचानें। उन्होंने गुरु तेग बहादुर साहिब के बलिदान को याद करते हुए धर्मनिरपेक्षता और मानवाधिकारों के मूल्यों को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। संगोष्ठी में उन्होंने सिखों के खिलाफ चल रही साजिशों के बारे में भी चेतावनी दी।
 

श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत पर श्रद्धांजलि

-धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों के लिए गुरु साहिब के बलिदान को किया गया याद


-सिख धर्म को गंभीर वैचारिक और राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है


चंडीगढ़: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज सिख समुदाय से अपील की है कि वे धार्मिक संस्थानों पर नियंत्रण हासिल करने और खालसा पंथ को नेतृत्वविहीन करने की साजिश को पहचानें और इसे विफल करें।


आज सुबह नई दिल्ली में गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में बोलते हुए, सरदार बादल ने कहा कि देश को गुरु साहिब के मार्ग पर चलने और धर्मनिरपेक्षता, मानवाधिकारों और नागरिक स्वतंत्रता के मूल्यों को बनाए रखने की आवश्यकता है, जिसके लिए गुरु साहिब ने अद्वितीय बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर साहिब ने एक ऐसे धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, जो उनका अपना नहीं था।


सरदार बादल ने यह भी कहा कि गुरु साहिब का अनुसरण करना धार्मिक सहिष्णुता और साम्प्रदायिक सद्भाव का प्रतीक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि गुरु साहिब धर्मनिरपेक्षता और मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए खड़े थे, और यही विश्वास अकाली दल की सरकारों का आधार रहा है।


उन्होंने चेतावनी दी कि खालसा पंथ और पंथक संस्थाओं को कमजोर करने की जो साजिश चल रही है, वह शांति और साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए खतरनाक हो सकती है। सरदार बादल ने कहा कि खालसा पंथ आज अभूतपूर्व वैचारिक और राजनीतिक हमलों का सामना कर रहा है।


उन्होंने कहा कि शक्तिशाली तत्व सिख समुदाय के अंदर अवसरवादी गददारों को लुभाकर अकाली दल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले 13 वर्षों में, पंजाब में गलत सूचना के षडयंत्रों को बढ़ते हुए देखा गया है।


सरदार बादल ने कहा कि ये सिख विरोधी साजिशें पहले ही पंजाब के बाहर धार्मिक स्थलों पर कब्जा करने में सफल हो चुकी हैं। अब उनकी नजरें श्री हरिमंदिर साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब पर हैं।


इस संगोष्ठी में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार स. कुलदीप सिंह गड़गज, एसजीपीसी अध्यक्ष स. हरजिंदर सिंह धामी, दिल्ली अकाली दल अध्यक्ष स. परमजीत सिंह सरना और स. मनजीत सिंह जीके ने भी अपने विचार साझा किए।