सुदर्शन पटनायक ने रतन टाटा को अनोखे तरीके से दी श्रद्धांजलि
सुदर्शन पटनायक की श्रद्धांजलि
प्रतिष्ठित सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने उद्योगपति रतन टाटा की पहली पुण्यतिथि पर उन्हें एक अनोखे तरीके से श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पुरी समुद्र तट पर 6 फीट ऊंची रेत की मूर्ति बनाई, जिसमें टाटा का चित्र और उनके विभिन्न व्यावसायिक उपक्रमों के प्रतीक शामिल हैं।
इस रेत की मूर्ति बनाने के लिए 8 टन रेत का उपयोग किया गया। पटनायक ने कहा कि उनका उद्देश्य रतन टाटा के आदर्शों, उनके योगदान और सामाजिक कार्यों को लोगों के सामने लाना है। उन्होंने बताया कि टाटा ने न केवल उद्योग में, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और विज्ञान के क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
सुदर्शन पटनायक ने कहा कि उन्होंने रतन टाटा की निष्ठा, ईमानदारी और समाज के प्रति समर्पण को इस कलाकृति में समाहित करने का प्रयास किया है। उनकी जीवन गाथा यह दर्शाती है कि कैसे एक व्यक्ति ने उद्योग और समाज में बदलाव लाने का कार्य किया। इस अनोखी रेत कला प्रदर्शनी में स्थानीय लोग और पर्यटक बड़ी संख्या में शामिल हुए।
पटनायक ने इस कलाकृति को दृश्य सौंदर्य और भावपूर्ण संदेश का प्रतीक बताया। इस अवसर पर कला प्रेमियों और टाटा समूह के प्रशंसकों ने भी भाग लिया और रतन टाटा के योगदान की सराहना की। यह स्मारक न केवल रतन टाटा की याद में बनाया गया, बल्कि समाज और उद्योगों के बीच संतुलन बनाने वाले उनके दृष्टिकोण को भी दर्शाता है।