सुप्रीम कोर्ट का आदेश: दिल्ली में आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान
सुप्रीम कोर्ट का नया आदेश
सुप्रीम कोर्ट का आदेश आवारा कुत्तों पर: भारत ही नहीं, बल्कि विश्व के कई देशों में आवारा जानवरों की समस्या बढ़ती जा रही है। हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में स्ट्रीट डॉग्स के लिए एक नया आदेश जारी किया है। इस आदेश के अनुसार, अगले 8 सप्ताह में सभी आवारा कुत्तों को पकड़कर उचित स्थान पर व्यवस्थित करने का निर्देश दिया गया है। इस निर्णय के बाद से राजनीतिक हलकों में भी विरोध की आवाजें उठने लगी हैं। यह कदम देश में रेबीज के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
दुनिया भर में आवारा कुत्तों के नियम
आवारा कुत्तों की समस्या नई नहीं है। विभिन्न देशों ने इस मुद्दे से निपटने के लिए कई उपाय किए हैं। आइए जानते हैं कि तुर्की से लेकर जापान तक स्ट्रीट डॉग्स के लिए क्या नियम बनाए गए हैं।
अमेरिका में आवारा कुत्तों की देखभाल
अमेरिका: अमेरिका में आवारा कुत्तों की देखभाल के लिए एनिमल केयर सेंटर्स काम करते हैं। ये संस्थाएं आवारा जानवरों को कानूनी सुरक्षा प्रदान करती हैं और उन्हें शेल्टर होम में रखती हैं, जिससे वे सड़कों पर नहीं घूमते।
ब्रिटेन में आवारा कुत्तों का प्रबंधन
ब्रिटेन: ब्रिटेन में भी आवारा कुत्तों की देखभाल के लिए कानूनी नियम हैं। 2023-24 में, स्थानीय प्रशासन लगभग 36,000 आवारा कुत्तों का प्रबंधन करता है।
सिंगापुर में आवारा कुत्तों की देखभाल
सिंगापुर: यहां आवारा कुत्तों की देखभाल स्थानीय प्रशासन द्वारा की जाती है। कुत्तों पर चिप लगाई जाती है, जिससे उनकी लोकेशन ट्रैक की जा सके। प्रशासन कुत्तों को पकड़कर उनकी नसबंदी करता है और उन्हें शेल्टर होम में रखता है।
तुर्की में आवारा कुत्तों का प्रबंधन
तुर्की: 2020 तक, तुर्की में लगभग 40 लाख आवारा कुत्ते थे। सरकार ने संसद में कानून पेश किया, जिसके तहत इन कुत्तों को पकड़कर शेल्टर होम में रखा गया और उनकी नसबंदी की गई।
जापान में आवारा कुत्तों की देखभाल
जापान: यहां भी आवारा कुत्तों की देखभाल लोकल प्रशासन द्वारा की जाती है। कुत्तों को शेल्टर होम में रखा जाता है और उनका टीकाकरण एवं नसबंदी की जाती है।