सूडान में सेना का बड़ा हमला: दारफूर एयरपोर्ट पर यूएई का विमान गिराया गया
सूडान की सेना का हवाई हमला
अंतरराष्ट्रीय समाचार: सूडान की सेना ने अपने ही देश में एक महत्वपूर्ण हवाई हमला किया है। दारफूर के एयरपोर्ट पर एयरस्ट्राइक के दौरान वहां खड़े यूएई के सैन्य विमान को नष्ट कर दिया गया। यह हमला अचानक हुआ और विद्रोही समूह RSF को भी इस कार्रवाई में भारी नुकसान उठाना पड़ा। सूडान सरकार का दावा है कि इस ऑपरेशन में उनके दुश्मनों के कई हथियार भी नष्ट कर दिए गए। सेना ने इसे देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक बताया।
RSF का कब्जा और एयरपोर्ट का महत्व
जिस एयरपोर्ट पर यह हमला हुआ, वह RSF के नियंत्रण में था। RSF, यानी रैपिड सपोर्ट फोर्सेज, एक अर्धसैनिक विद्रोही संगठन है। सूडान सरकार का आरोप है कि RSF ने इस एयरपोर्ट को हथियारों और तस्करी का केंद्र बना लिया था, और यहां से विदेशी सहायता भी पहुंचाई जा रही थी। इसलिए इसे समाप्त करना आवश्यक था।
यूएई का सैन्य विमान नष्ट
यूएई का विमान गिराया गया: इस हमले में यूएई का एक सैन्य विमान पूरी तरह से नष्ट हो गया। यह विमान RSF की सहायता के लिए आया था। हालांकि, यूएई ने इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सूडान का संदेह है कि अमीरात सरकार चुपचाप RSF को समर्थन दे रही थी, इसलिए यह कार्रवाई की गई।
भाड़े के सैनिकों की मौत
40 भाड़े के सैनिक मारे गए: इस हमले में 40 कोलंबियाई भाड़े के सैनिकों की मौत हुई है, जो RSF के लिए लड़ने आए थे। उन्हें एक निजी सुरक्षा कंपनी के माध्यम से भेजा गया था। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई है। कोलंबिया के राष्ट्रपति ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
लड़ाई का जारी रहना
अप्रैल से जारी है लड़ाई: सूडान में सेना और RSF के बीच संघर्ष अप्रैल 2023 से जारी है। इस दौरान हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है। महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और नरसंहार की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। अंतरराष्ट्रीय अदालत ICC ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है।
यूएई की उड़ानों पर रोक
यूएई ने उड़ान पर लगाई रोक: यूएई ने इस हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उसने सूडानी विमानों को अबूधाबी से उड़ान भरने से रोक दिया है। इसका सीधा असर दोनों देशों के रिश्तों पर पड़ा है। सूडान पहले भी यूएई पर RSF को समर्थन देने का आरोप लगा चुका है, और अब स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है।
अंतरराष्ट्रीय दबाव की संभावना
अब अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ेगा: इस हमले के बाद सूडान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर घेरने की संभावना है। मानवाधिकार उल्लंघन का मामला फिर से उठ सकता है। दूसरी ओर, यूएई और कोलंबिया भी इस मुद्दे पर कार्रवाई कर सकते हैं। सूडान ने स्पष्ट कर दिया है कि वह विदेशी हस्तक्षेप और विद्रोहियों को बर्दाश्त नहीं करेगा।