सूरत के सरकारी स्कूल में मांसाहारी पार्टी का विवाद, प्रिंसिपल फरार
सूरत में शिक्षा के मंदिर का अपमान
सूरत: गुजरात के सूरत जिले में एक सरकारी स्कूल में शिक्षा के प्रति अपमान का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रविवार को यहां न केवल मांसाहारी पार्टी का आयोजन किया गया, बल्कि विद्या की देवी मां सरस्वती की मूर्ति को भी कपड़े से ढक दिया गया। जब मीडिया इस घटना की जानकारी लेने पहुंची, तो स्कूल के प्रिंसिपल और पूरा स्टाफ वहां से भाग गए।
यह विवाद गोडादरा में स्थित एक सरकारी स्कूल का है, जो शिक्षण समिति द्वारा संचालित है। बताया गया है कि 1987 से 1991 के बीच पढ़े तेलुगू समाज के पूर्व छात्रों ने एक 'गेट-टुगेदर' कार्यक्रम के लिए स्कूल परिसर का उपयोग किया। इस पार्टी में चिकन और मटन पकाया गया और परोसा गया। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस दौरान स्कूल के प्रिंसिपल भी वहां मौजूद थे और उनकी देखरेख में यह सब हुआ।
स्कूल के सुरक्षा गार्ड ने बताया कि सभी लोग सुबह ही आ गए थे, जिसके बाद यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जैसे ही मामला बढ़ा, शिक्षण समिति ने भी कार्रवाई की। समिति के अध्यक्ष राजेंद्र कपाड़िया और प्रवक्ता विनोद गजेरा ने बताया कि उन्होंने प्रिंसिपल से बात की है और उन्होंने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि सोमवार को इस मामले में समिति की एक बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें प्रिंसिपल के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
यह पहली बार नहीं है जब स्कूलों में इस तरह की पार्टी का आयोजन हुआ है। कुछ महीने पहले बिहार के भभुआ जिले में भी ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां 11 शिक्षकों ने स्कूल के अंदर चिकन बनाकर खाया था। उस घटना के बाद शिक्षा विभाग ने जांच कर सभी 11 शिक्षकों को निलंबित कर दिया था। अब सूरत की यह घटना एक बार फिर शैक्षणिक संस्थानों की मर्यादा पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।