×

सेना के जवान पर टोल प्लाजा पर हमला: परिवार की मांग न्याय की

कपिल पंवार, जो देश की सीमाओं पर तैनात हैं, को दिल्ली के टोल प्लाजा पर हिंसा का सामना करना पड़ा। उनके परिवार ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और आरोपियों को सजा देने की मांग की है। इस घटना ने समाज में आक्रोश पैदा कर दिया है। एनएचएआई ने ठेकेदार का अनुबंध समाप्त कर दिया है और पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है। भारतीय सेना ने भी इस अमानवीय व्यवहार की निंदा की है।
 

दुश्मनों का सामना करने वाले जवान को अपने ही देश में हिंसा का सामना

कपिल पंवार, जो देश की सीमाओं पर दुश्मनों का सामना करते हैं, को अपने ही देश में एक ऐसी हिंसा का सामना करना पड़ा, जिसकी उन्होंने कभी कल्पना नहीं की थी। 17 अगस्त को, जब वह दिल्ली हवाई अड्डे पर अपनी ड्यूटी के लिए जा रहे थे, तब भुनी टोल प्लाजा पर कर्मचारियों ने उन पर हमला किया। कपिल ने कहा, 'शारीरिक चोटें ठीक हो जाएंगी, लेकिन मन का घाव हमेशा के लिए रहेगा।'


परिवार के साथ यात्रा के दौरान हुई घटना

घटना उस समय हुई जब कपिल, जो गोटका गांव के निवासी हैं, अपने परिवार के साथ श्रीनगर जाने के लिए दिल्ली हवाई अड्डा जा रहे थे। उन्होंने पहचान पत्र दिखाकर वाहन को जल्दी पास करने का अनुरोध किया, लेकिन टोल कर्मियों ने उन्हें गालियां दीं और उन पर लाठियों और लोहे की रॉड से हमला कर दिया। उनके पिता, चाचा और चचेरा भाई कार में फंसे रहे और यह सब असहाय होकर देखते रहे। इस हमले में कपिल को गंभीर चोटें आईं और उन्हें सैन्य अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।


परिजनों की पीड़ा और न्याय की मांग

कपिल के माता-पिता ने कहा कि उनका बेटा देश की सीमाओं पर जान की बाजी लगाता है, और अपने ही लोगों के हाथों पीड़ित होना बेहद शर्मनाक है। परिवार ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। कपिल ने कहा कि उन्हें सीमा पर लड़ने में कोई डर नहीं है, लेकिन अपने ही देशवासियों के इस व्यवहार ने उनके मन पर स्थायी चोट दी है। इस घटना के बाद इलाके में लोगों में गुस्सा और आक्रोश है।


एनएचएआई की कार्रवाई और पुलिस जांच

घटना के बाद, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने तुरंत ठेकेदार का अनुबंध समाप्त कर दिया और उस पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। अब टोल का प्रबंधन एनएचएआई की 15 सदस्यीय टीम ने अपने हाथ में ले लिया है। पुलिस ने अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें करनावल का निवासी रवि भी शामिल है। बाकी की तलाश जारी है। जिले के सभी टोल प्लाजा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।


सेना की कड़ी प्रतिक्रिया

भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और कहा है कि न्याय सुनिश्चित करने तक इस मामले का पीछा किया जाएगा। सेना ने बयान जारी कर कहा, 'भारतीय सेना अपने जवान के साथ हुए इस अमानवीय व्यवहार को किसी भी कीमत पर अनदेखा नहीं करेगी। न्याय मिलने तक यह केस पूरी तरह फॉलो किया जाएगा।' इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि देश की सुरक्षा में तैनात जवानों को घर में ही सुरक्षा और सम्मान क्यों नहीं मिल पा रहा।