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सोने-चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि: जानें क्या है कारण?

हाल के दिनों में भारत में सोने और चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। दिल्ली में सोने की कीमत 1,19,500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है, जबकि चांदी की कीमत भी 1.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में उछाल आया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि कई वैश्विक कारकों के कारण हो रही है। जानें इस विषय में और अधिक जानकारी और विशेषज्ञों की राय।
 

भारत में सोने-चांदी की कीमतों में उछाल

Gold-Silver Price in India: हाल के दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। दिल्ली में सोने की कीमत 1,19,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है, जो पिछले सत्र के 1,18,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से 1,500 रुपये की बढ़ोतरी दर्शाता है। इसी प्रकार, चांदी की कीमत भी 1.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में यह 1,43,000 रुपये प्रति किलोग्राम थी।


अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी तेजी

वैश्विक बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में उछाल आया है। हाजिर सोना लगभग 2 प्रतिशत बढ़कर 3,824.61 डॉलर प्रति औंस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। इसी तरह, चांदी की कीमत भी 2 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 47.18 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई है। यह वृद्धि वैश्विक मांग और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं के कारण हो रही है।


घरेलू वायदा बाजार में रिकॉर्ड स्तर

घरेलू वायदा बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अक्टूबर महीने के लिए सोने के वायदा भाव में 1,204 रुपये या 1.50 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे यह 1,14,992 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। दिसंबर अनुबंध में भी 1,034 रुपये या 0.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जो इसे 1,15,925 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर ले गई।


विशेषज्ञों की राय

निवेश विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतों में वृद्धि जारी रहेगी और यह घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय बाजार में नई ऊंचाइयों को छू रही है। उन्होंने कहा कि निवेशक इस समय यह तय करने में उलझन में हैं कि उन्हें ऊंचे स्तर पर निवेश करना चाहिए या मुनाफा सुरक्षित करना चाहिए। सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि के पीछे कई कारण हैं, जैसे शुल्क, रूस-यूक्रेन युद्ध, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं। ये सभी कारक धातु की मांग और मूल्य निर्धारण में तेजी लाने में सहायक हैं।