सोशल मीडिया स्टार मनीष कश्यप ने जन सुराज पार्टी में लिया प्रवेश, बिहार चुनाव में नई रणनीति
मनीष कश्यप का राजनीतिक सफर
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मनीष कश्यप ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। उन्होंने प्रशांत किशोर की नेतृत्व वाली 'जन सुराज पार्टी' में शामिल होने की घोषणा की। यह उनके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से इस्तीफे के बाद का पहला बड़ा राजनीतिक निर्णय है। पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में, उन्होंने किशोर की उपस्थिति में औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल होकर एक नई शुरुआत की।
सोशल मीडिया से राजनीति तक का सफर
मनीष कश्यप की सोशल मीडिया पर काफी पहचान है। उनके यूट्यूब चैनल पर लगभग एक करोड़ सब्सक्राइबर हैं और उनके फॉलोअर्स की संख्या लाखों में है। वह तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने तमिलनाडु में बीहारी प्रवासियों के कथित उत्पीड़न का एक वीडियो साझा किया। इस वीडियो के चलते उन्हें गिरफ्तार भी किया गया, लेकिन इसके बावजूद बिहार में उनकी छवि सोशल मीडिया प्रेमियों के बीच मजबूत बनी रही।
भाजपा में अनुभव और इस्तीफा
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, मनीष कश्यप ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होकर पार्टी का जनाधार बढ़ाने का प्रयास किया था। हालांकि, पार्टी ने उन्हें चुनावी टिकट देने से मना कर दिया। इस निराशाजनक अनुभव के बाद, उन्होंने जून 2025 में भाजपा से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे में उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान 'राजनीतिक उपकरण' के रूप में इस्तेमाल किया और फिर छोड़ दिया।
जन सुराज पार्टी का चुनाव चिन्ह
चुनाव आयोग ने जन सुराज पार्टी को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए 'स्कूल बैग' चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। पार्टी 243 विधानसभा क्षेत्रों में इसी प्रतीक के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी। इस चुनाव चिन्ह के पीछे की रणनीति यह है कि 'स्कूल बैग' शिक्षा, प्राथमिकता और विकास का प्रतीक है, जिसे जन सुराज पार्टी अपने पहले अभियान में उजागर करना चाहती है।
बिहार की राजनीतिक स्थिति
बिहार विधानसभा चुनाव अगले अक्टूबर से नवंबर 2025 के बीच होने की संभावना है। पिछली बार, 2020 में हुए चुनाव में एनडीए की सरकार बनी थी, जिसमें नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन अगस्त 2022 में जेडी(यू) ने आरजेडी से गठबंधन तोड़कर एनडीए को छोड़ दिया। इसके बाद जनवरी 2024 में उन्होंने फिर से एनडीए में वापसी की, जिससे बिहार की राजनीतिक स्थिरता और गठबंधन राजनीति में नया मोड़ आया।
नई उम्मीद की किरण?
मनीष कश्यप का जन सुराज पार्टी में शामिल होना बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में नई हलचल ला सकता है। युवा, सोशल मीडिया पर प्रभावी और राजनीतिक समझ रखने वाले कश्यप पार्टी को विशेष लाभ पहुंचा सकते हैं, खासकर जमीनी स्तर पर व्यापक समर्थन जुटाने में। प्रशांत किशोर और उनकी टीम नागरिक जुड़ाव और डिजिटल रणनीतियों का उपयोग कर नए वोटबैंक बनाने की योजना बना रही है।