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स्वतंत्रता दिवस 2025: गर्व और एकता का प्रतीक

स्वतंत्रता दिवस 2025 भारत के लिए गर्व और एकता का प्रतीक है। इस दिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और अपने संबोधन में देश की प्रगति और चुनौतियों पर चर्चा करेंगे। जानें इस विशेष दिन के समारोह, विषय और सीधा प्रसारण के बारे में।
 

स्वतंत्रता दिवस 2025: एक विशेष अवसर

स्वतंत्रता दिवस 2025: यह दिन केवल एक तारीख नहीं है, बल्कि भारत के लिए गर्व, आत्म-चिंतन और एकता का प्रतीक है। देश के हर कोने में, चाहे वह भीड़-भाड़ वाली गलियां हों या शांत घर, आज़ादी की भावना तिरंगे के रंगों और देशभक्ति के गीतों में जीवंत होती है। यह वह समय है जब पुरानी और नई पीढ़ी एक साथ आती है, ताकि स्वतंत्रता के संघर्ष के नायकों को सम्मानित किया जा सके और उन लक्ष्यों को अपनाया जा सके जो भारत को आगे बढ़ाते हैं।


79वां स्वतंत्रता दिवस

भारत 15 अगस्त 2025 को अपने 79वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के लिए तैयार है, जो 1947 में औपनिवेशिक शासन से मिली आज़ादी की याद दिलाता है। इस दिन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराना और उसके बाद राष्ट्र के नाम उनका संबोधन होगा।


प्रधानमंत्री का 12वां संबोधन

लगातार 12वां संबोधन: यह वर्ष खास होगा क्योंकि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 12वां संबोधन होगा और तीसरी बार पदभार ग्रहण करने के बाद उनका पहला संबोधन होगा। समारोह सुबह लगभग 7:30 बजे एक आधिकारिक भाषण के साथ शुरू होगा। कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य व्यक्तियों के अभिवादन, 21 तोपों की सलामी और जन गण मन के नारों से होती है, जिसमें भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा पुष्प वर्षा भी शामिल होती है। ध्वजारोहण के बाद, प्रधानमंत्री भारत की प्रगति, चुनौतियों और भविष्य की दिशा पर बात करते हैं, और एकता एवं राष्ट्रीय गौरव की भावना को बढ़ावा देते हैं।


समारोह का सीधा प्रसारण

समारोह का सीधा प्रसारण कहां देखें? लोग दूरदर्शन पर समारोह का सीधा प्रसारण देख सकते हैं। इसके अलावा, प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के आधिकारिक YouTube चैनल पर भी भाषण की स्ट्रीमिंग की जा सकती है। ddnews.gov.in जैसी वेबसाइटों पर भी लाइव फीड उपलब्ध होगी।


स्वतंत्रता दिवस 2025 का विषय

इसका विषय क्या है? 2025 के लिए आधिकारिक थीम की घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद है कि यह विविधता में एकता, समावेशी विकास और राष्ट्रीय विकास पर केंद्रित होगी, जो भारत की स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष 2047 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के दृष्टिकोण पर आधारित होगी।


स्वतंत्रता दिवस का उत्सव

स्वतंत्रता दिवस पर उत्सव कैसा होता है? दिन की शुरुआत सुबह जल्दी होती है, लोग स्कूलों, सरकारी कार्यालयों, सार्वजनिक पार्कों या खुले मैदानों में ध्वजारोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए इकट्ठा होते हैं। मुख्य राष्ट्रीय उत्सव दिल्ली के लाल किले में होता है, जहां प्रधानमंत्री का सम्मान गणमान्य व्यक्तियों और सैन्य अधिकारियों द्वारा किया जाता है।