स्वर्णजीत कौर को श्रद्धांजलि: चंडीगढ़ में आयोजित अंतिम अरदास
स्वर्णजीत कौर की अंतिम अरदास का आयोजन
चंडीगढ़: सूचना एवं लोक संपर्क विभाग के संयुक्त निदेशक प्रीत कंवल सिंह की माता स्वर्णजीत कौर का हाल ही में निधन हो गया। उनकी आत्मा की शांति के लिए आज सेक्टर-46 स्थित गुरुद्वारा सिंह सभा में अंतिम अरदास और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समाज के विभिन्न वर्गों के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।
इस कार्यक्रम में रागी सिंहों ने भावपूर्ण कीर्तन प्रस्तुत किया और गुरमत विचार साझा किए। श्रद्धांजलि सभा के दौरान, विभाग के उपनिदेशक नवदीप सिंह गिल ने स्वर्णजीत कौर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वे एक शिक्षित, समझदार और सुसंस्कृत महिला थीं, जिन्होंने अपने पति बहादर सिंह के साथ मिलकर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाई, जिनमें से सभी ने समाज में एक सम्मानजनक स्थान प्राप्त किया।
वरिष्ठ पत्रकार हमीर सिंह ने परिवार की ओर से सभी उपस्थित लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा कि "मां का रिश्ता सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण होता है। मां का बिछोड़ असहनीय और अवर्णनीय होता है, क्योंकि इस रिश्ते का कोई विकल्प नहीं होता।"
स्वर्णजीत कौर के परिवार में उनके पति बहादर सिंह, दामाद जस्टिस पी.एस. तेज़ी, पुत्र अमनदीप सिंह और प्रीत कंवल सिंह, तथा पुत्री एडवोकेट गगन मोहिनी शामिल थे।
इस अवसर पर अन्य गणमान्य व्यक्तियों में पूर्व विधायक जस्टिस निर्मल सिंह, पूर्व लोकसभा सदस्य परमजीत कौर गुलशन, चंडीगढ़ के गृह सचिव मनदीप सिंह बराड़, आई.ए.एस. अधिकारी डी.एस. मंगट और सुखजीत पाल सिंह, जस्टिस एस.एस. सारो, जम्मू-कश्मीर के पूर्व डी.जी.पी. दिलबाग सिंह, हिमाचल हाईकोर्ट की पूर्व मुख्य न्यायाधीश शबीना, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरप्रीत सिंह भट्टी, उप महाधिवक्ता धरमिंदर सिंह, ‘चढ़दी कला’ के मुख्य संपादक पद्मश्री जगजीत सिंह दरदी, विभाग के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी डॉ. मेघा सिंह, डॉ. अजीत कंवल सिंह, उमा शर्मा और हेमराज कालिया, विभाग के वर्तमान अतिरिक्त निदेशक रणदीप सिंह आहलूवालिया, संयुक्त निदेशक इशविंदर सिंह ग्रेवाल, उपनिदेशक गुरमीत सिंह खैहरा और प्रभदीप सिंह सहित राजनीतिक, प्रशासनिक, न्यायिक, लोक संपर्क विभाग और मीडिया जगत की प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहीं।