×

हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के बाद सफाई की चुनौती

हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के समापन के बाद, शहर में कूड़े की सफाई एक बड़ी चुनौती बन गई है। कांवड़ियों द्वारा छोड़े गए कूड़े को हटाने के लिए नगर निगम ने विशेष अभियान शुरू किया है। विकास प्राधिकरण भी सफाई में मदद कर रहा है और महा स्वच्छता अभियान की योजना बना रहा है। स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि वे कूड़ा कूड़ेदान में डालें ताकि सफाई में आसानी हो।
 

हरिद्वार में कांवड़ यात्रा का समापन

कांवड़ यात्रा 2025: हरिद्वार में कांवड़ मेला समाप्त हो चुका है, लेकिन अब प्रशासन और नगर निगम के लिए सफाई एक बड़ी चुनौती बन गई है। कांवड़ लेने आए श्रद्धालुओं ने शहर में हजारों टन कूड़ा छोड़ दिया है। हर की पौड़ी, मालवीय घाट और अन्य गंगा घाटों पर जगह-जगह कूड़ा और प्लास्टिक की थैलियां बिखरी हुई हैं।


नगर निगम का सफाई अभियान

सूत्रों के अनुसार, नगर निगम ने कूड़ा उठाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। बुधवार शाम से ही नगर निगम की टीमों ने शहर में फैले कूड़े की सफाई का कार्य आरंभ कर दिया है। नगर आयुक्त ने बताया कि कूड़ा उठाने के लिए अतिरिक्त कर्मचारी तैनात किए गए हैं और हरिद्वार के प्रमुख स्थानों से 48 घंटे के भीतर कूड़ा हटाने का लक्ष्य रखा गया है।


स्वच्छता अभियान की तैयारी

महा स्वच्छता अभियान जल्द शुरू होगा

हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण भी सफाई में जुटा हुआ है। एचआरडीए के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह ने बताया कि वे नगर निगम और विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर महा स्वच्छता अभियान चलाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने हरिद्वारवासियों से अपील की है कि वे कूड़ा कूड़ेदान में डालें ताकि कूड़े का सही तरीके से निपटान हो सके।


कांवड़ियों की सफाई व्यवस्था पर प्रतिक्रिया

कूड़े को कूड़ेदान में डालें तो निपटान आसान

कांवड़ियों ने सफाई व्यवस्था को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि हरिद्वार में करोड़ों श्रद्धालु आते हैं, जिससे कूड़े का ढेर लग जाता है। यदि कांवड़िये कूड़ा कूड़ेदान में डालें, तो प्रशासन का काम आसान हो जाएगा और कूड़े का निपटान भी बेहतर तरीके से किया जा सकेगा।