×

हरियाणा कांग्रेस में अनुशासन पर उठे सवाल, कुमारी सैलजा की फोटो न लगाने पर कार्रवाई संभव

हरियाणा कांग्रेस में अनुशासन को लेकर उठे सवालों के बीच, कुमारी सैलजा की तस्वीर न लगाने पर कार्रवाई की संभावना है। 22 नवंबर को अंबाला में अनुशासन समिति की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है जिन्होंने बैनर पर सैलजा की तस्वीर नहीं लगाई। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और क्या हो सकता है आगे।
 

22 नवंबर को अंबाला में अनुशासन समिति की बैठक


हरियाणा कांग्रेस, चंडीगढ़: 18 नवंबर को हिसार में हुए प्रदर्शन के दौरान बैनर पर कुमारी सैलजा की तस्वीर न लगाने के मामले ने अनुशासन समिति का ध्यान आकर्षित किया है। इस पर 22 नवंबर को अंबाला में एक बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है जिन्होंने बैनर पर कुमारी सैलजा का पोस्टर नहीं लगाया। यह जानकारी अनुशासन समिति के अध्यक्ष और पूर्व सांसद धर्मपाल मलिक ने दी।


अनुशासनहीनता पर सख्त रुख

धर्मपाल मलिक ने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार, जिन नेताओं की तस्वीरें बैनर पर लगाना अनिवार्य है, उनमें कुमारी सैलजा भी शामिल हैं। यदि उनकी तस्वीर बैनर पर नहीं लगाई गई, तो यह अनुशासनहीनता मानी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि अनुशासनहीनता को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह छोटा नेता हो या बड़ा पदाधिकारी।


कौन-कौन से विधायक शामिल?

हिसार में हुए कार्यक्रम के दौरान कुमारी सैलजा की तस्वीर न लगाने वाले कांग्रेस के तीन नेताओं में नारनौंद विधायक जस्सी पेटवाड़, उकलाना विधायक नरेश सेलवाल और आदमपुर विधायक चंद्रप्रकाश शामिल हैं। ये सभी विधायक हुड्डा खेमे के माने जाते हैं।


मंच संचालन को लेकर विवाद

प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस भवन में मंच संचालन को लेकर दो जिलाध्यक्षों के बीच झगड़ा हुआ। शहरी जिला अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग मंच संचालन करना चाहते थे, लेकिन ग्रामीण जिलाध्यक्ष बृजलाल बहबलपुरिया ने उन्हें रोका। इस दौरान एससी सेल के जिला शहरी अध्यक्ष सोनू लंकेश ने माइक बंद कर दिया ताकि झगड़े की आवाज बाहर न जाए।


अनुशासन समिति को मिली शिकायतें

धर्मपाल मलिक ने बताया कि अनुशासन समिति के पास प्रदेश के विभिन्न जिलों से शिकायतें आई हैं, लेकिन उनकी संख्या अभी बताना संभव नहीं है। इसी संदर्भ में 22 नवंबर को अंबाला में अनुशासन समिति की बैठक होगी। हरियाणा को 5 जोन में बांटा गया है, और अंबाला पहले जोन के रूप में चुना गया है।