हरियाणा के शिक्षक संजय फौगाट का निधन, शिक्षा जगत में शोक की लहर
संजय फौगाट का योगदान
(चरखी दादरी समाचार) चरखी दादरी। एक शिक्षक के लिए उसके जीवन में सबसे महत्वपूर्ण होते हैं वे विद्यार्थी, जो शिक्षा के लिए आते हैं। एक उत्कृष्ट शिक्षक हमेशा अपने छात्रों को अपने परिवार का हिस्सा मानता है और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत रहता है। जब उसका शिष्य जीवन में सफल होता है, तो शिक्षक को गर्व की अनुभूति होती है। इसी प्रकार के गुणों से परिपूर्ण थे संजय फौगाट, जो लंबे समय से शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय थे और जरूरतमंद विद्यार्थियों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। उनका निधन शिक्षा जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। यह बात आज दिवंगत संजय फौगाट के निवास पर पहुंचकर शोक व्यक्त करते हुए कई प्रमुख व्यक्तियों ने कही।
शोक व्यक्त करने वाले प्रमुख लोग
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंदर सिंह, दादरी विधायक सुनील सांगवान, बाढडा विधायक उमेद पतुवास, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रण सिंह मान, पूर्व विधायक सोमबीर गगड़वास, दिल्ली बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान बलबीर जाखड़, पूर्व फोगाट खाप प्रधान बलवंत फोगाट, सांगवान खाप सचिव नरसिंह डीपी, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी सतबीर सिवाच, पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी करण सिंह श्योरान, सरपंच प्रदीप छिल्लर, दलबीर गांधी, समाजसेवी विकास चिड़िया, और पूर्व शिक्षा जंगजीत साहू रामहेर सेक्रेटरी ने शोक व्यक्त किया।