×

हरियाणा के साइको किलर संदीप लोहार का मुठभेड़ में अंत

हरियाणा के कुख्यात साइको किलर संदीप लोहार को उत्तर प्रदेश की एसटीएफ और बागपत पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया। संदीप पर हत्या और लूट के कई गंभीर आरोप थे, और उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। उसकी आपराधिक गतिविधियों में ट्रक ड्राइवरों की हत्या और लूट शामिल थी। जानें कैसे एक सड़क दुर्घटना ने उसे अपराध की दुनिया में धकेल दिया और उसकी मुठभेड़ की पूरी कहानी।
 

संदीप लोहार की पहचान और अपराधों का इतिहास


संदीप लोहार, जो रोहतक का निवासी था, को उत्तर प्रदेश की एसटीएफ और बागपत पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया। उस पर एक लाख रुपये का इनाम था और उसके खिलाफ हत्या और लूट के 15 से अधिक मामले दर्ज थे। संदीप मूलतः भैणी महाराजगंज का रहने वाला था।


वह ट्रांसपोर्ट क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुका था, जहां उसने कई ट्रक ड्राइवरों की हत्या की और उनके शवों को या तो जमीन में गाड़ दिया या नदियों में बहा दिया। इसी कारण पुलिस ने उसे साइको किलर करार दिया।


मुठभेड़ की जानकारी और घटनाक्रम

एसपी सूरज कुमार राय ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि संदीप बागपत के मवीकलां में मौजूद है। जब एसटीएफ और बागपत पुलिस वहां पहुंची, तो संदीप के साथ मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में उसे पैर और सीने में गोली लगी, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई। घटनास्थल से एक पिस्टल, बाइक और कारतूस बरामद किए गए।


इस मुठभेड़ में एसटीएफ के एक सिपाही भी घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


कानपुर में हुई बड़ी लूट

एसपी ने बताया कि 15 मई 2025 को संदीप ने अपने गिरोह के साथ मिलकर कानपुर में ट्रक से चार करोड़ रुपये की निकिल प्लेट लूटी थी। इस घटना के बाद से वह फरार था और उसके खिलाफ एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।


पुलिस के अनुसार, संदीप पहले पहलवान रह चुका था और ट्रक ड्राइवरी भी करता था।


अपराध की दुनिया में कदम रखने का कारण

संदीप ने 2013 में एक सड़क दुर्घटना में अपनी बेटी को खो दिया था, जिसके लिए उसने एक ट्रक ड्राइवर को जिम्मेदार ठहराया। इस घटना ने उसे मानसिक रूप से तोड़ दिया और उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा।


उसके खिलाफ 2012 में कलानौर थाने में फर्जी दस्तावेज बनाने और धोखाधड़ी के मामले दर्ज हुए थे।


ट्रक ड्राइवरों की हत्याएं

पुलिस के अनुसार, संदीप ने ट्रक ड्राइवरों को अपना निशाना बनाना शुरू किया और उनकी हत्या के बाद कीमती सामान लूटकर फरार हो जाता था। अब तक उसने चार से अधिक ट्रक ड्राइवरों की हत्या की है।