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हरियाणा खेल नर्सरी बजट: जानें आपके जिले को कितना मिला फंड

हरियाणा सरकार ने खेल नर्सरी के लिए ₹34.54 करोड़ का बजट जारी किया है, जिससे 12,824 युवा खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता मिलेगी। रोहतक को सबसे अधिक फंड मिला है, जबकि मेवात को सबसे कम। यह योजना खिलाड़ियों के पोषण और विकास को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। जानें आपके जिले को कितना फंड मिला और इस योजना के विस्तार की संभावनाएं।
 

हरियाणा खेल नर्सरी बजट: राहत भरी खबर

हरियाणा खेल नर्सरी बजट: हरियाणा सरकार ने खेल बजट जारी किया- जानें आपके जिले को कितना मिला: (हरियाणा खेल नर्सरी बजट 2025) के तहत राज्य के युवा खिलाड़ियों के लिए एक सकारात्मक समाचार आया है। राज्य सरकार ने जुलाई 2024 से जनवरी 2025 तक खेल नर्सरी में प्रशिक्षण ले रहे खिलाड़ियों को खुराक भत्ता देने के लिए ₹34.54 करोड़ की राशि आवंटित की है।


इस योजना के अंतर्गत लगभग 1500 नर्सरी में 12,824 खिलाड़ियों कोआर्थिक सहायता प्राप्त होगी। यह राज्य सरकार की पहल खेलों को आधार स्तर पर मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है (हरियाणा खेल भत्ता)।


किस जिले को कितना फंड मिला? रोहतक सबसे आगे, मेवात सबसे पीछे हरियाणा खेल नर्सरी बजट


सरकारी आंकड़ों के अनुसार, रोहतक जिले को सबसे अधिक लाभ मिला है, जहां 18,767 खिलाड़ियों के लिए ₹3.04 करोड़ की राशि जारी की गई है (रोहतक खेल बजट)।


वहीं, मेवात जिले के 2,726 खिलाड़ियों को ₹46 लाख की राशि मिली है, जो इस योजना में सबसे कम फंडिंग है (मेवात खेल फंडिंग)।


सरकार ने हर नर्सरी में 25 खिलाड़ियों का चयन किया है और यह राशि सीधे खिलाड़ियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जा रही है।


खेल विभाग के अनुसार, यह पहली बार है जब नर्सरी खिलाड़ियों को खुराक भत्ता दिया गया है। पिछले वर्ष से लंबित इस राशि का खिलाड़ी लंबे समय से इंतजार कर रहे थे।


नर्सरी योजना का विस्तार और भविष्य की संभावनाएं


वर्तमान में हरियाणा में लगभग 1500 सरकारी खेल नर्सरी कार्यरत हैं, जबकि निजी नर्सरी की शुरुआत अभी नहीं हुई है (हरियाणा खेल नर्सरी योजना)।


उम्मीदवारों को आयु वर्ग के अनुसार सहायता दी गई है:


अंडर-14 खिलाड़ियों को ₹1500


अंडर-19 खिलाड़ियों को ₹2000


जिला खेल अधिकारी राजरानी ने बताया कि मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद यह भत्ता जारी किया गया है। सरकार का उद्देश्य युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित करना और उनके शारीरिक विकास व पोषण पर ध्यान केंद्रित करना है।