हरियाणा चुनावों में मतदाता सूची हेरफेर पर कांग्रेस और निर्वाचन आयोग के बीच विवाद
हरियाणा विधानसभा चुनावों में तनाव
हरियाणा में 2024 के विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस और निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के बीच मतदाता सूची में कथित हेरफेर को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस के नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आयोग पर आरोप लगाया है कि वह मतदाता सूची में 'बड़े पैमाने पर हेरफेर' के सबूतों को छिपा रहा है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए आयोग की कार्रवाई को 'बेकार बहाने' कहा। यह विवाद तब और बढ़ गया जब हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राहुल गांधी से उनके आरोपों के समर्थन में दस्तावेज मांगे।
सुरजेवाला के गंभीर आरोप
सुरजेवाला ने निर्वाचन आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग ने राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोपों को गलत साबित करने के बजाय तकनीकी बहानों का सहारा लिया है। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि 'जब मतदाता सूची में हेरफेर के सबूत पेश किए गए, तो आयोग ने इसे छिपाने के लिए लचर बहाने और कानूनी उलझनों का सहारा लिया।' सुरजेवाला ने आयोग को 'इलेक्शन कैप्चर ऑफ इंडिया' कहकर तंज कसा और कहा कि आयोग सच्चाई से डर रहा है।
राहुल गांधी के आरोप और बीजेपी का जवाब
राहुल गांधी ने 7 अगस्त को कहा था कि हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार और जीत के बीच केवल 22,779 वोटों का अंतर था। उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में अनियमितताओं के कारण उनकी पार्टी को नुकसान हुआ। इसके जवाब में, हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने 9 अगस्त को राहुल गांधी को पत्र लिखकर 10 दिनों के भीतर सबूत पेश करने या शपथपत्र देने को कहा। बीजेपी ने राहुल गांधी पर 'सेलेक्टिव आउटरेज' दिखाने का आरोप लगाया और उनके दावों को 'बेबुनियाद' करार दिया है।
निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल
सुरजेवाला ने निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह संस्था केवल कागजी कार्रवाई का हिस्सा नहीं, बल्कि लोकतंत्र की संरक्षक है। उन्होंने कहा कि 'आयोग का कर्तव्य निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करना है, लेकिन वह जांच से बचने के लिए प्रक्रियात्मक धुंधलापन पैदा कर रहा है।' सुरजेवाला ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ 'अक्षम्य अपराध' बताया और कहा कि आयोग की चुप्पी और बहानेबाजी संदेह को और बढ़ा रही है।
कर्नाटक में भी मतदाता हेरफेर के आरोप
कांग्रेस ने हरियाणा के साथ-साथ कर्नाटक में भी मतदाता सूची में हेरफेर का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनावों के आंकड़ों के आधार पर कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र में पांच प्रकार की हेरफेर के जरिए एक लाख से अधिक वोट 'चुराए' गए। निर्वाचन आयोग ने इन आरोपों पर भी राहुल गांधी से शपथपत्र के साथ सबूत मांगे हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि आयोग को इन गंभीर आरोपों की जांच करनी चाहिए, न कि तकनीकी औपचारिकताओं में उलझना चाहिए।