हरियाणा चुनावों में वोट चोरी के आरोपों पर सियासी विवाद बढ़ा
सियासी संग्राम की शुरुआत
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हरियाणा विधानसभा चुनावों में वोट चोरी के बड़े आरोपों ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे बिहार चुनाव से पहले की 'ध्यान भटकाने की रणनीति' करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए ऐसे बयानों का सहारा ले रही है।
रिजिजू का बयान
बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किरेन रिजिजू ने कहा, 'कांग्रेस की यह कोशिश उनकी हार को छिपाने की है। बिहार में मतदान दो दिन बाद होने वाला है, और राहुल गांधी हरियाणा की बात कर रहे हैं। यह दर्शाता है कि कांग्रेस के पास बिहार में कुछ नहीं बचा है।' उन्होंने राहुल गांधी को सलाह दी कि उन्हें गंभीर मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि बेबुनियाद आरोपों पर समय बर्बाद करना चाहिए।
धर्मेंद्र प्रधान का हमला
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि 'राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस बिहार में संभावित हार से बचने का एक प्रयास है।'
ध्यान भटकाने की रणनीति?
धर्मेंद्र प्रधान ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को देश के संविधान और लोकतांत्रिक प्रणाली में विश्वास नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि 'राहुल गांधी हर बार झूठ का नया गुब्बारा फुलाते हैं, जो जल्दी ही फुस्स हो जाता है। अब वह झूठ की प्रयोगशाला बन गए हैं।' प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी बिहार में महागठबंधन की कमजोर स्थिति से वाकिफ हैं, इसलिए वह हरियाणा की बात कर रहे हैं।
राहुल गांधी के दावे
राहुल गांधी ने पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हरियाणा चुनावों में 25 लाख फर्जी वोटरों के नाम जोड़े गए हैं और 'ऑपरेशन सरकार चोरी' के तहत कांग्रेस की संभावित जीत को हार में बदल दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और भाजपा इसमें मिलीभगत कर रहे हैं। राहुल ने यह भी कहा कि यह एक केंद्रीकृत योजना थी, जिसके तहत भाजपा को हरियाणा में बढ़त दिलाई गई।