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हरियाणा जनगणना 2027: 1 मार्च से शुरू होगी प्रक्रिया

हरियाणा जनगणना 2027 की प्रक्रिया 1 मार्च से शुरू होने जा रही है। सरकार ने इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए डॉ. सुमिता मिश्रा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। यह जनगणना राज्य की जनसंख्या और सामाजिक-आर्थिक स्थिति को समझने में मदद करेगी। जानें इस प्रक्रिया के महत्व और इसके प्रभाव के बारे में।
 

हरियाणा जनगणना 2027 की शुरुआत

हरियाणा जनगणना 2027: प्रक्रिया 1 मार्च से प्रारंभ होगी, आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी: हरियाणा सरकार ने जनगणना 2027 के लिए तैयारियों का कार्य आरंभ कर दिया है। हाल ही में, सरकार ने इस संबंध में एक आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया है,


जिसमें 1 मार्च 2027 से जनगणना की शुरुआत की घोषणा की गई है। इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया की निगरानी के लिए राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा को नोडल अधिकारी (Nodal Officer) नियुक्त किया गया है। यह जनगणना राज्य के विकास और नीति निर्माण के लिए महत्वपूर्ण आंकड़े प्रदान करेगी। आइए, इस खबर के बारे में विस्तार से जानते हैं।


जनगणना की तिथि और महत्व

हरियाणा जनगणना 2027 का महत्व: हरियाणा जनगणना 2027 1 मार्च 2027 से शुरू होगी। यह जनगणना राज्य की जनसंख्या, सामाजिक-आर्थिक स्थिति और अन्य महत्वपूर्ण आंकड़ों को दर्ज करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।


जनगणना के आंकड़े सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में बेहतर योजना बनाने में मदद करेंगे। हर दस साल में होने वाली जनगणना न केवल जनसंख्या की गणना करती है, बल्कि यह भी बताती है कि राज्य की प्रगति और चुनौतियां क्या हैं। यह प्रक्रिया हरियाणा के नागरिकों के लिए नीति निर्माण और विकास योजनाओं को और प्रभावी बनाने में सहायक होगी।


नोडल अधिकारी की भूमिका

डॉ. सुमिता मिश्रा की जिम्मेदारियाँ: हरियाणा सरकार ने डॉ. सुमिता मिश्रा को हरियाणा जनगणना 2027 के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। डॉ. मिश्रा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं। उनकी जिम्मेदारी होगी कि जनगणना की सभी गतिविधियाँ सुचारू रूप से चलें।


वे राज्य सरकार, जनगणना विभाग और भारत सरकार के विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करेंगी। उनकी नियुक्ति से यह सुनिश्चित होगा कि जनगणना प्रक्रिया पारदर्शी और समय पर पूरी हो। डॉ. मिश्रा का अनुभव इस प्रक्रिया को और विश्वसनीय बनाएगा।


जनगणना का प्रभाव और भविष्य

हरियाणा जनगणना 2027 का भविष्य: हरियाणा जनगणना 2027 के आंकड़े राज्य के विकास के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करेंगे। यह जनगणना ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की जनसंख्या के साथ-साथ उनकी जरूरतों को समझने में मदद करेगी।


इससे सरकार को शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में सहायता मिलेगी। साथ ही, यह जनगणना डिजिटल तकनीक का उपयोग कर सकती है, जिससे आंकड़ों की सटीकता बढ़ेगी। हरियाणा के नागरिकों से अपील है कि वे इस प्रक्रिया में सहयोग करें, ताकि सटीक और उपयोगी डेटा इकट्ठा हो सके। यह जनगणना हरियाणा के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखेगी।