हरियाणा में ED की कार्रवाई: रिटायर्ड IAS अधिकारी की संपत्तियां जब्त
ED की बड़ी कार्रवाई
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में प्रधान सचिव रहे रिटायर्ड IAS अधिकारी मुरारी लाल तायल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में, ED ने तायल की 9 अचल संपत्तियों और 14.06 करोड़ रुपये के बैंक बैलेंस को जब्त किया है।
जब्त संपत्तियों का विवरण
सूत्रों के अनुसार, जब्त की गई संपत्तियां चंडीगढ़, नई दिल्ली और गुरुग्राम में स्थित हैं, जिनमें 2 बंगले और 7 अपार्टमेंट शामिल हैं।
मुरारी लाल तायल का बैकग्राउंड
मुरारी लाल तायल 1976 बैच के सेवानिवृत्त IAS अधिकारी हैं। उनके खिलाफ CBI ने 2015 और 2017 में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की थीं। पहली FIR मानेसर जमीन घोटाले से संबंधित थी, जिसमें तायल का नाम भी शामिल था। दूसरी FIR (2017) आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में तायल और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज की गई थी।
मनी लॉन्ड्रिंग की जांच
CBI की FIRs के आधार पर, ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के अंतर्गत जांच शुरू की और अब यह संपत्तियां PMLA (Prevention of Money Laundering Act) के तहत अटैच की गई हैं।
परिवार की जांच
ED की जांच केवल मुरारी लाल तायल तक सीमित नहीं रही। उनकी पत्नी सविता तायल और बेटे कार्तिक तायल के आयकर रिटर्न, बैंक खातों और शेयर बाजार में लेन-देन की भी जांच की गई। जांच में यह पाया गया कि तायल परिवार ने कुल 14.06 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित की, जो उनकी घोषित आय से काफी अधिक है।
अवैध संपत्ति अर्जन के आरोप
तायल पर आरोप है कि उन्होंने 6 मार्च 2005 से 31 अक्टूबर 2009 तक पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के प्रधान सचिव रहते हुए और 30 नवंबर 2009 से 31 दिसंबर 2014 तक भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के सदस्य रहते हुए परिवार के साथ मिलकर अवैध रूप से संपत्तियां अर्जित कीं।