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हरियाणा में खरीफ सीजन के लिए किसानों को मिली राहत

हरियाणा के किसानों के लिए खरीफ सीजन में अच्छी खबर आई है। राज्य सरकार ने दलहन और तिलहन की खरीद के लिए मंडियों में पुख्ता इंतजाम किए हैं। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने किसानों को किसी भी परेशानी का सामना न करने का आश्वासन दिया है। मूंग की खरीद 23 सितंबर से शुरू हो चुकी है, और इस बार पैदावार में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। जानें अन्य फसलों की खरीद की तारीखें और मंडियों में की गई व्यवस्थाएं।
 

हरियाणा में खरीफ सीजन की तैयारी

हरियाणा फसल कार्यक्रम कृषि समाचार: चंडीगढ़ | हरियाणा के किसानों के लिए खरीफ सीजन में एक महत्वपूर्ण समाचार आया है! राज्य सरकार ने दलहन और तिलहन की खरीद के लिए मंडियों में आवश्यक व्यवस्थाएं शुरू कर दी हैं।


बुधवार को आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसानों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। खरीफ विपणन सत्र 2025-26 के लिए राज्य में 100 से अधिक मंडियों में खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं।
किसान इस बार आशान्वित हैं। उनका मानना है कि सरकार की इस पहल से उनकी मेहनत का उचित मूल्य मिलेगा और यह खरीफ सीजन उनके लिए लाभकारी साबित होगा।


मूंग की खरीद की तारीखें

मूंग की खरीद 23 सितंबर से शुरू


मूंग की खरीद प्रक्रिया 23 सितंबर से प्रारंभ हो चुकी है और यह 15 नवंबर तक जारी रहेगी। राज्य की 38 मंडियों में यह खरीद की जा रही है। किसानों के लिए यह राहत की बात है कि इस बार मूंग की पैदावार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पिछले सीजन में मूंग का रकबा 1.09 लाख एकड़ था, जो इस बार बढ़कर 1.47 लाख एकड़ हो गया है।


प्रति एकड़ उपज भी 300 किलो से बढ़कर 400 किलो तक पहुंच गई है। इसके परिणामस्वरूप, उत्पादन 32,715 मीट्रिक टन से बढ़कर 58,717 मीट्रिक टन होने की संभावना है।


अन्य फसलों की खरीद का कार्यक्रम

अरहर, उड़द, मूंगफली और तिल की खरीद का कार्यक्रम


अरहर और उड़द की खरीद दिसंबर में शुरू होगी। मूंगफली की खरीद 1 नवंबर से 31 दिसंबर तक सात मंडियों में होगी। तिल की खरीद भी दिसंबर से प्रारंभ होगी और इसके लिए 27 मंडियों का चयन किया गया है। विशेष बात यह है कि इस बार तिल की खेती में जबरदस्त वृद्धि हुई है। तिल का रकबा 800 एकड़ से बढ़कर 2,116 एकड़ हो गया है, और उत्पादन 446 मीट्रिक टन तक पहुंचने की संभावना है।


मंडियों में व्यवस्थाएं

मंडियों में पुख्ता इंतजाम


मुख्य सचिव ने मंडियों में बारदाने की पर्याप्त उपलब्धता, समय पर उपज का उठान और भंडारण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। किसानों का कहना है कि यदि मंडियों में व्यवस्था सुचारू रही तो उन्हें न केवल अपनी फसल का उचित मूल्य मिलेगा, बल्कि भुगतान और भंडारण की समस्याओं से भी राहत मिलेगी।