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हरियाणा में धान खरीद के लिए नई मिलिंग नीति की मंजूरी

हरियाणा के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट आया है, जिसमें राज्य सरकार ने धान खरीद के लिए नई मिलिंग नीति को मंजूरी दी है। इस नीति के तहत, यदि मंडी ठेकेदार समय पर धान का उठान नहीं करते हैं, तो राइस मिलर्स धान को उठा सकेंगे। इसके अलावा, CMR की कीमतें भारत सरकार से मिलने के बाद तय की जाएंगी। धान खरीद प्रक्रिया 1 अक्टूबर से शुरू होने की संभावना है। जानें इस नीति के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
 

हरियाणा धान खरीद के लिए नई नीति

हरियाणा धान खरीद MSP: हरियाणा के किसानों के लिए एक अच्छी खबर आई है! राज्य सरकार ने धान की खरीद के लिए मिलिंग नीति 2025-26 को स्वीकृति दे दी है। अब यदि मंडी ठेकेदार समय पर धान का उठान नहीं करते हैं, तो चावल मिलर्स धान को उठा सकेंगे, और इसका खर्च सरकार उठाएगी।


यह निर्णय धान खरीद प्रक्रिया को तेज करने के उद्देश्य से लिया गया है। हालांकि, कस्टम मिल्ड राइस (CMR) की कीमतें अभी तक निर्धारित नहीं की गई हैं। आइए इस नीति के बारे में विस्तार से जानते हैं।


CMR की कीमतें और रजिस्ट्रेशन

CMR की कीमतें और रजिस्ट्रेशन हरियाणा धान खरीद


सरकार ने जानकारी दी है कि CMR की कीमतें भारत सरकार से मिलने के बाद संबंधित पक्षों को प्रदान की जाएंगी। पहले धान खरीद नीति के जारी न होने के कारण राइस मिलर्स रजिस्ट्रेशन नहीं कर पा रहे थे।


राइस मिलर्स एसोसिएशन की मांग पर अब यह नीति लागू की गई है। हर चावल मिलर को जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक के पास रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए 3,000 रुपये का शुल्क देना होगा, और यह रजिस्ट्रेशन एक वर्ष के लिए मान्य रहेगा.


धान खरीद की तारीखें

धान खरीद की तारीखें Paddy MSP


नीति के अनुसार, धान की खरीद 1 अक्टूबर से 15 नवंबर 2025 तक होगी। हालांकि, सरकार ने केंद्र से 1 अक्टूबर से पहले खरीद शुरू करने की अनुमति मांगी है।


संभावना है कि खरीद प्रक्रिया 22 या 23 सितंबर से शुरू हो सकती है। कृषि विभाग के अनुमान के अनुसार, हरियाणा की मंडियों में 84 लाख मीट्रिक टन धान आएगा, जिसमें खरीद एजेंसियां 54 लाख मीट्रिक टन खरीदेंगी। केंद्रीय पूल में 36 लाख मीट्रिक टन CMR का योगदान होगा.


MSP और चावल मिलों की संख्या

MSP और चावल मिलों की संख्या


भारत सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) निर्धारित किया है। सामान्य धान की कीमत 2,369 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-A धान की 2,389 रुपये प्रति क्विंटल होगी। टूटा चावल अधिकतम 25% होगा। हरियाणा में 1,445 चावल मिलें कार्यरत हैं, जो इस खरीद प्रक्रिया में भाग लेंगी.