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हरियाणा में पुलिस सब-इंस्पेक्टर की हत्या से बढ़ी सुरक्षा चिंताएं

हरियाणा के हिसार जिले में एक सब-इंस्पेक्टर की हत्या ने सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। रमेश कुमार, जो अगले साल रिटायर होने वाले थे, ने जब हुड़दंग का विरोध किया, तो बदमाशों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। जानें इस जघन्य हत्या के पीछे की पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
 

हिसार में हुई पुलिस अधिकारी की हत्या

हिसार: हरियाणा के हिसार जिले में एक चौंकाने वाली घटना ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहाँ एक सब-इंस्पेक्टर (एसआई) को हुड़दंग का विरोध करना इतना महंगा पड़ा कि बदमाशों ने उनकी बेरहमी से हत्या कर दी।


यह घटना गुरुवार रात करीब 12 बजे हुई। मृतक की पहचान 57 वर्षीय रमेश कुमार के रूप में हुई है, जो लंबे समय से पुलिस विभाग में कार्यरत थे और जनवरी में रिटायर होने वाले थे। जानकारी के अनुसार, रमेश कुमार पिछले 10 वर्षों से एडीजीपी ऑफिस में तैनात थे और हिसार की ढाणी श्यामलाल की गली नंबर-3 में अपने परिवार के साथ निवास करते थे। गुरुवार रात लगभग 10:30 बजे, कुछ युवक उनकी गली में हुड़दंग कर रहे थे और गाली-गलौज कर रहे थे।


शोर सुनकर एसआई रमेश बाहर आए और युवकों को शांति से रहने के लिए कहा। उस समय तो वे युवक वहां से चले गए, लेकिन उनके मन में रंजिश बैठ गई। आरोप है कि लगभग एक घंटे बाद, वही बदमाश कार और दोपहिया वाहनों पर सवार होकर लौट आए। उन्होंने एसआई रमेश के घर के सामने फिर से गाली-गलौज शुरू कर दी। जब रमेश ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो बदमाशों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया।


हमले में रमेश कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और जमीन पर गिर पड़े। चीख-पुकार सुनकर परिवार के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन हमलावर भागने में सफल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए हिसार के सिविल अस्पताल भेजा गया है।


नई सब्जी मंडी चौकी की इंचार्ज राजबाला ने बताया कि परिजनों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है और पुलिस की विभिन्न टीमें उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


इस जघन्य हत्या ने हरियाणा में आम जनता की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। सवाल उठ रहे हैं कि जब पुलिस के अधिकारी ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा कैसे होगी? हरियाणा के नए डीजीपी ओपी सिंह ने कार्यभार संभालने के बाद कई बार कहा था कि 'हरियाणा में बदमाशों की खैर नहीं है,' लेकिन अब उनके अपने अधिकारी की हत्या ने इन दावों पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।