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हरियाणा में मौसम का बदलाव: ठंड और प्रदूषण की बढ़ती समस्या

हरियाणा में मौसम में बदलाव आ चुका है, जहां ठंड ने दस्तक दे दी है और तापमान 17 डिग्री तक गिर गया है। फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में वृद्धि हुई है, जिससे लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। बारिश ने खेतों में नमी बनाए रखी है, जो रबी फसलों के लिए फायदेमंद है। जानें इस मौसम की पूरी जानकारी और किसानों के लिए क्या है खास।
 

हरियाणा का मौसम 13 अक्टूबर: ठंड का आगमन

हरियाणा का मौसम 13 अक्टूबर: हरियाणा में मौसम में बदलाव आ चुका है। सर्दी ने दस्तक दे दी है और तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। विशेष रूप से फरीदाबाद में ठंड का असर बढ़ रहा है, लेकिन साथ ही वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के खराब होने से लोगों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। बारिश ने खेतों में नमी बनाए रखी है, जो रबी फसलों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। आइए जानते हैं हरियाणा के मौसम और प्रदूषण की स्थिति।


फरीदाबाद में प्रदूषण की स्थिति

फरीदाबाद में दिवाली से पहले ही वायु गुणवत्ता में गिरावट देखी जा रही है। बल्लभगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शुक्रवार को 258 तक पहुंच गया, जबकि एक दिन पहले यह 162 था। शहर में प्रदूषण मापने वाली मशीनें बार-बार खराब हो रही हैं, जिससे सही आंकड़े प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है।


रविवार को सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक बल्लभगढ़ का AQI वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं था। सेक्टर 16-ए की मशीन भी काम नहीं कर रही थी।


सुबह 9 बजे बल्लभगढ़ का AQI 185 था, जिसमें PM 2.5 की मात्रा 185 और PM 10 की मात्रा 150 थी। फरीदाबाद का कुल AQI 118 रहा, जो मध्यम श्रेणी में आता है। एनआईटी क्षेत्र का AQI 134, सेक्टर-11 का 120 और सेक्टर-30 का 100 दर्ज किया गया। शहर में कुल पांच जगहों पर मशीनें हैं, जिनमें से चार ही कार्यरत हैं। सेक्टर 16-ए का डेटा अभी तक वेबसाइट पर नहीं दिख रहा।


ठंड का बढ़ता असर और बारिश का अनुकूल प्रभाव

हरियाणा में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। हिसार, महेंद्रगढ़ और फरीदाबाद में रात का तापमान 17 डिग्री तक पहुंच गया है।


पश्चिमी विक्षोभ के चलते अक्टूबर के पहले 9 दिनों में 30 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 64.9% अधिक है। इससे पहले 2004 में पूरे अक्टूबर में 58.4 मिमी बारिश हुई थी। बारिश के बाद अब तापमान सामान्य से नीचे चला गया है। महेंद्रगढ़ में सबसे ठंडी रात रही, जहां पारा 17.1 डिग्री तक गिर गया।


ठंडक बढ़ने के कारण लोग कूलर और एसी का उपयोग बंद कर चुके हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 14 अक्टूबर तक मौसम शुष्क रहेगा। दिन में हल्की धूप और रात में ठंडक बनी रहेगी। यह मौसम रबी फसलों जैसे सरसों, चना और गेहूं की बुआई के लिए एकदम उपयुक्त है। किसानों को इस अवसर का लाभ उठाकर बुआई शुरू कर देनी चाहिए।