हरियाणा में मौसम का हाल: गर्मी की वापसी और किसानों पर प्रभाव
हरियाणा का मौसम 21 सितंबर: हिसार
हरियाणा मौसम 21 सितंबर: हिसार: हरियाणा में मानसून अब समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, जिससे गर्मी फिर से बढ़ने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की वापसी की रेखा भटिंडा, फतेहाबाद, पिलानी, अजमेर, दिसा और भुज तक पहुँच चुकी है। अगले तीन से चार दिनों में हरियाणा से मानसून पूरी तरह चला जाएगा।
गर्मी का असर किसानों पर
तापमान में वृद्धि का सबसे अधिक प्रभाव किसानों पर पड़ रहा है। आमतौर पर 25 सितंबर से सरसों की बुवाई शुरू होती है, लेकिन इस बार गर्मी के कारण इसमें देरी हो सकती है।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के मौसम विभाग के प्रमुख डॉ. एमएल खिचड़ के अनुसार, सरसों की बुवाई के लिए तापमान 35 डिग्री से कम होना चाहिए, जबकि वर्तमान में यह 38-39 डिग्री तक पहुँच रहा है। ऐसे में किसानों को अक्टूबर के पहले सप्ताह तक इंतजार करना पड़ सकता है। इसके बाद चने की बुवाई शुरू होगी।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
गर्मी और उमस के कारण लोगों की सेहत पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। दिन में पसीना और रात में ठंडक के कारण बुजुर्गों और बच्चों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है।
हिसार के नागरिक अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजीत सिंह के अनुसार, इस समय वायरल बुखार, फूड इंफेक्शन और सर्दी-जुकाम के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। लोग फिर से कूलर, एसी और फ्रिज का उपयोग करने लगे हैं। विशेषज्ञों ने साफ-सफाई और खानपान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है।
इस बार मानसून ने किया अच्छा प्रदर्शन
इस वर्ष मानसून ने किसानों को पानी की कमी से बचा लिया है। 1 जून से 19 सितंबर तक हरियाणा में औसतन 568 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य 409 मिमी से 39% अधिक है।
हिसार जिले में तो सामान्य से 80% अधिक बारिश दर्ज की गई। इस बारिश ने खेतों को हरा-भरा कर दिया, लेकिन अब गर्मी का नया दौर शुरू हो रहा है।
मौसम का ताजा हाल
मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक हरियाणा में गर्मी और उमस बनी रहेगी। 25 सितंबर तक मौसम साफ रहेगा, और तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा।
किसानों को बुवाई के लिए सही समय का इंतजार करना होगा, वहीं आम लोगों को अपनी सेहत का ध्यान रखना आवश्यक है। खूब पानी पिएं, हल्का खाना खाएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें।