हरियाणा में लापता बच्चों के पत्रों का सच: डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने ठगी का पर्दाफाश किया
रेवाड़ी में पुलिस समीक्षा बैठक
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर ने रेवाड़ी में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की। शनिवार को आयोजित इस बैठक में उन्होंने अपराध नियंत्रण और जनता की शिकायतों के समाधान पर गहन विचार-विमर्श किया।
डीजीपी का स्वागत रेवाड़ी के एसपी हेमेंद्र मीणा ने किया। उन्होंने हाल ही में हिसार में मिली संदिग्ध चिट्ठी को ठगी की साजिश बताते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी। यह चिट्ठी गुमशुदा बच्चों के परिवारों को निशाना बनाने के लिए भेजी गई थी। डीजीपी ने आश्वासन दिया कि यदि कोई ठोस सुराग मिलता है, तो पुलिस तुरंत जांच शुरू करेगी।
डीजीपी कपूर ने मानव तस्करी के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही। उन्होंने बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग विंग सक्रिय रूप से काम कर रही है, और हरियाणा सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को चिह्नित कर वापस भेजा जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले पांच महीनों में नशा तस्करी और साइबर ठगी के मामलों में 49% की गिरावट आई है। महिलाओं के खिलाफ अपराध में भी उल्लेखनीय कमी आई है, जो पुलिस की प्रभावी कार्रवाई का परिणाम है।
बैठक में डीजीपी ने थाना प्रभारियों से उनकी कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी ली और लंबित मामलों के त्वरित निपटारे पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदारी और जवाबदेही के साथ काम करने का निर्देश देते हुए उन्होंने पुलिस विभाग की छवि को और सकारात्मक बनाने की बात कही। इस बैठक में डीएसपी हेडक्वार्टर डॉ. रविंद्र कुमार, डीएसपी बावल सुरेंद्र श्योराण, डीएसपी सिटी जोगेंद्र शर्मा, और डीएसपी ट्रैफिक विनोद शंकर सहित सभी थाना प्रभारी मौजूद थे।