हरियाणा में विश्व पर्यावरण दिवस पर 375 इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत
मुख्यमंत्री सैनी का पर्यावरण के प्रति कदम
हरियाणा में विश्व पर्यावरण दिवस: मुख्यमंत्री सैनी का उपहार: 375 इलेक्ट्रिक बसें 11 शहरों में चलेंगी: 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चरखी दादरी में एक विशेष कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर, उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 5 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
ये बसें हरियाणा के 11 नगर निगमों के लिए शुरू की गई 375 इलेक्ट्रिक बसों की योजना का हिस्सा हैं। इस पहल का उद्देश्य स्वच्छ परिवहन को बढ़ावा देना और वायु तथा ध्वनि प्रदूषण को कम करके हरियाणा को एक पर्यावरण के अनुकूल राज्य बनाना है। इस मौके पर, मुख्यमंत्री ने पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने और प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली अपनाने का संदेश भी दिया।विश्व पर्यावरण दिवस
मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार ने परिवहन विभाग को और अधिक पर्यावरण-अनुकूल बनाने के लिए महत्वाकांक्षी योजनाएं बनाई हैं। अगले वर्ष तक 450 नई इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे परिवहन बेड़े में 30% बसें इलेक्ट्रिक होंगी।
अब तक 9 नगर निगमों को 45 इलेक्ट्रिक बसें दी जा चुकी हैं, और जल्द ही अन्य शहरों में भी बसें शुरू की जाएंगी। इस दौरान, CM सैनी ने खुद एक इलेक्ट्रिक कार में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया। साथ ही, उन्होंने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पौधारोपण कर लोगों को पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया।
इस आयोजन में, मुख्यमंत्री ने “प्लास्टिक मुक्त धरती” थीम पर आधारित विश्व पर्यावरण दिवस के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाई और लोगों से इसके उपयोग को कम करने की अपील की।
इस अवसर पर जूट के थैलों का वितरण भी किया गया, ताकि लोग प्लास्टिक बैग के विकल्प को अपनाएं। CM सैनी ने बताया कि इलेक्ट्रिक बसें न केवल ईंधन की बचत करती हैं, बल्कि ये वायु और ध्वनि प्रदूषण को भी नियंत्रित करती हैं। इसके अलावा, हरियाणा सरकार ने इस साल 1 करोड़ 86 लाख पेड़ लगाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है, और उन्होंने लोगों से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया।
यह पहल हरियाणा के लोगों के लिए प्रेरणा है कि वे छोटे-छोटे कदमों से पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकते हैं। चाहे वह इलेक्ट्रिक बसों का उपयोग हो, प्लास्टिक का त्याग हो, या पेड़ लगाने की पहल, हर कदम मायने रखता है। मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वे अपने आसपास के पर्यावरण को स्वच्छ और हरा-भरा रखने के लिए जिम्मेदारी लें। यह न केवल आज की पीढ़ी के लिए, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक बेहतर भविष्य की नींव रखेगा।