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हरियाणा में सब्जियों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि, आम जनता की चिंता बढ़ी

हरियाणा में सब्जियों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि ने आम जनता को चिंता में डाल दिया है। भारी बारिश और बाढ़ के कारण सब्जियों का उत्पादन प्रभावित हुआ है, जिससे मंडियों में कीमतें आसमान छू रही हैं। मटर, शिमला मिर्च और अन्य सब्जियों की कीमतें इतनी बढ़ गई हैं कि आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गई हैं। जानें इस स्थिति के पीछे के कारण और उपभोक्ताओं की चिंताएं।
 

हरियाणा में सब्जियों की कीमतों का संकट


हरियाणा समाचार: हरियाणा में सब्जियों की बढ़ती कीमतें अब आम लोगों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं। वर्तमान स्थिति यह है कि रोज़मर्रा की सब्जियां भी अब रसोई से गायब होती जा रही हैं। मंडियों से लेकर खुदरा दुकानों तक सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कई सब्जियां इतनी महंगी हो गई हैं कि आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गई हैं। इस बार भारी बारिश और बाढ़ ने किसानों को काफी नुकसान पहुँचाया है। 


लंबी बारिश के कारण सब्जियां खेतों में सड़ गईं, जिससे प्रदेश भर की मंडियों में सब्जियों की कीमतें बेताब हो गईं। वर्तमान में दुकानों से मटर गायब हो चुका है और एक पाव मटर की कीमत 80 रुपये तक पहुँच गई है। वहीं, शिमला मिर्च की कीमत 100 रुपये से ऊपर है। इस स्थिति में उपभोक्ता महंगाई की मार झेलने को मजबूर हैं, जिसका असर आम लोगों की थाली पर भी पड़ रहा है। सभी विक्रेता भी इससे प्रभावित हैं।


बारिश और बाढ़ के कारण सब्जियों का उत्पादन प्रभावित


प्रदेश में भारी बारिश से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। दो महीने की लगातार बारिश और बाढ़ ने अधिकांश सब्जियों को खराब कर दिया है। उपभोक्ता बाजार में बिकने वाली सब्जियों की कीमतें सुनकर परेशान हैं। इस स्थिति में आम लोगों को सब्जियों की खरीद में कठिनाई हो रही है। बरसात के कारण सब्जी उत्पादन में कमी आई है और सब्जियां पहले की तरह उपलब्ध नहीं हैं। 


बहादुरगढ़ में सब्जियों की कीमतें


राजधानी दिल्ली के निकट बहादुरगढ़ में सब्जी की दुकानों से मटर इन दिनों गायब हो गया है। यहाँ शिमला मिर्च 120 रुपये प्रति किलोग्राम, फ्रांसबीन 100 रुपये, टमाटर 70 रुपये, प्याज 35 रुपये और खीरा 50 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है। बंदगोभी इस मौसम में 20 से 30 रुपये में बिकती रही है, लेकिन इस वर्ष यह 50 रुपये से अधिक हो गया है। इस स्थिति में आम उपभोक्ताओं के पास सब्जियां नहीं हैं। 


उपभोक्ता सब्जियों की बढ़ती कीमतों से चिंतित


एक ओर, उपभोक्ता सब्जियों की बढ़ती कीमतों से चिंतित हैं। वहीं, सब्जी विक्रेता भी महंगाई से परेशान हैं। विक्रेताओं का कहना है कि भारी बारिश ने सब्जियों की पैदावार को प्रभावित किया है। महंगाई के कारण लोग सब्जियां कम खरीद रहे हैं। दाम बढ़ने से मांग में कमी आई है। यदि दाम गिरते हैं, तो सब्जियों की मांग में स्पष्ट वृद्धि होगी।