हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना
हरियाणा में मेडिकल शिक्षा का विस्तार
हरियाणा: राज्य की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने बताया कि हरियाणा सरकार डॉक्टरों और जनसंख्या के अनुपात को सुधारने के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में नए मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि 2014 में हरियाणा में केवल 700 एमबीबीएस सीटें थीं, जो अब बढ़कर 2710 हो गई हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि 2018 में लोकसभा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, देश में औसतन 1000 लोगों पर एक डॉक्टर उपलब्ध है।
आरती सिंह राव ने आगे बताया कि हरियाणा मेडिकल काउंसिल के आंकड़ों के अनुसार, यदि केवल एलोपैथिक डॉक्टरों को ध्यान में रखा जाए, तो राज्य में 1225 लोगों पर एक डॉक्टर है। लेकिन आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी के डॉक्टरों को जोड़ने पर यह अनुपात 819 लोगों पर एक डॉक्टर हो जाता है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस अनुपात को और बेहतर बनाने के लिए मेडिकल शिक्षा का विस्तार कर रही है, जिसके तहत नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं और एमबीबीएस सीटों की संख्या में वृद्धि की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि नेशनल हेल्थ पॉलिसी 2017 और भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों के अनुसार, हर 1000 लोगों पर कम से कम एक अस्पताल बेड होना चाहिए। सरकारी, ईएसआईसी और निजी अस्पतालों के लिए हर 1000 लोगों पर दो बेड का लक्ष्य रखा गया है।
एक पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में राज्य में जिला नागरिक अस्पतालों और उपमंडल अस्पतालों की संख्या 56 थी, जो अब बढ़कर 74 हो गई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) की संख्या भी 2014 में 109 से बढ़कर 122 हो गई है।
यह सभी प्रगति राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए सरकार के निरंतर प्रयासों को दर्शाती है।